लक्ष्मीपुरा गांव में रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 5 दिन से रुक रुक कर गांव की जमीन में कंपन हो रहा है। उन्होंने बताया है यह कंपन इसलिए नहीं कि बादल गरज रहे हैं या पानी बरस रहा है। बल्कि यह कंपन अलग तरीके का है। जिसमें घरों में रखे हुए बर्तन गिर रहे हैं और घर के खप्पर भी टूट रहे हैं। दहशत में रह रहे ग्रामीणों ने बताया कि कहीं ऐसा ना हो कि क्षेत्र में भूकंप आ जाए। ऐसे में समय पर जांच जरूरी है। लेकिन यहां बताना होगा की जब उन्होंने स्थानीय स्तर पर अपनी शिकायत की तो उस शिकायत पर कोई गांव जांच करने नहीं पहुंचा। जिसके बाद ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर यह शिकायत दर्ज करा दी। जिसके बाद पटवारी गांव जांच करने के लिए पहुंचे और वहां से वापस आ गए। जैसे ही वापस आए ग्रामीणों ने फिर फोन पर सूचना दी कि एक बार फिर गांव की जमीन में कंपन हुआ है। लेकिन जिस तरह से वहां रुके पटवारी थोड़े समय में ही चले गए। इसलिए उन्हें कोई जानकारी नहीं लगी। ग्रामीणों की बात में कितनी दम है यह बात कितनी सही है यह लगभग 4 से 5 घंटे तक वहां देखने के बाद ही पता लग सकेगा। लेकिन जब पूरा गांव ही एक तरह की शिकायत करें तो कहीं ना कहीं उस में गंभीरता से जांच कराने की भी जरूरत लगती है।