डीआरएम शोभन चौधरी जैसे ही ट्रेन से वे उतरे तो दूसरे नंबर प्लेटफॉर्म पर खुले पड़े इलेक्ट्रिक लोहे के डिब्बे को देखकर बोले कि यह क्या बैठने के लिए बना रखा है, इसे ठीक करवाओ। उन्होंने निर्माणाधीन फुओव्हरब्रिज सहित पूरे प्लेटफॉर्म का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ऑफिशियल तौर पर ट्रैक क्रॉस करने के लिए पॉथवे बनाने के निर्देश डीआरएम ने दिए।
उन्होंने कहा कि जब तक एफओबी नहीं बनता तब तक वैकल्पिक तौर पर पॉथ वे का ही उपयोग करें। डीआरएम ने नलों के नीचे जमा गंदगी को लेकर भी स्टेशन मास्टर को फटकारा।
टैंक बना नहीं, चालू कर दिया दिव्यांग टॉयलेट….
दिव्यांग यात्रियों के लिए बनाए गए टॉयलेट का जब उन्होंने निरीक्षण किया तो देखा कि बिना टैंक के ही उसे चालू कर दिया गया। किसी के उपयोग कर लेने के कारण पूरे परिसर में गंदगी जम रही थी। उन्होंने संबंधित विभाग को उसे जल्द दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए।
प्लेटफॉर्म और सिग्नल रूम में कुछ कमियां पाई जाने पर उन्हें पूरी करने की हिदायत दी। सभी को ड्रेस में रहने के साथ ही पूरे परिसर को स्वच्छ रखने के निर्देश दिए गए।
डीआरएम चौधरी से सीधी बात….
सवाल- सर, महत्वपूर्ण रामगंज मंडी-भोपाल रेल लाइन का स्टेटस क्या है, रफ्तार क्यों नहीं पकड़ पा रहा प्रोजेक्ट?
जवाब : यहां इलेक्ट्रिफिकेशन, एफओबी मिला है, इस प्रोजेक्ट का स्टेटस मैं बता नहीं सकता।
सवाल– तमाम प्रयोगों के बावजूद आपके अंडरब्रिज फेल हैं, बारिश में वे बड़ी आफत बनते हैं, फीडबैक है आप तक?
जवाब : हम लगातार उस दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल इंजिन से पानी खाली करवाने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।
सवाल- जिस हिसाब की अर्निंग ब्यावरा स्टेशन पर है वैसा न सुलभ कॉम्प्लेक्स है न टिकट विंडो क्यों?
जवाब : ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन जल्द शुरू हो जाएगी, जहां तक सुलभ कॉम्प्लेक्स की बात है तो कोई निजी एजेंसी हमसे बात करे हम तैयार हैं।
सवाल– अगले माह जीएम आने वाले हैं क्या इसीलिए सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने आए हैं आप?
जवाब : नहीं ऐसा कुछ नहीं है, यह हमारा रूटीन इंस्पेक्शन है, जीएम तो जनवरी के बाद आएंगे।