जिले में पिछले कई दिनों से इन्द्र भगवान रूठे होने और जिले के सबसे बड़े जवाई बांध में पानी रीतने पर जिले की पेयजल समस्या बहुत गंभीर बनी हुई है। पूरा जुलाई महिना गुजरने के बावजूद भी जिले वासियों को बारिश के लिए मौहताज होना पड़ रहा है। जिले के कुछ जगहो पर इन्द्र देवता की मेहरबानी जरूर हुई है। जो पशुधन और पक्षीयों के लिए संजीवनी है। मगर अभी भी पूरे जिले में इन्द्र रूठने के कारण लोगो में पेयजल संकट के लिए भय बना हुआ है। जिले के सोजत,बूसी,सोनाईमांजी,सोमेसर सहित कुछ जगहों पर हुई बारिश।
जिले में पिछले कई दिनों से इन्द्र भगवान रूठे होने और जिले के सबसे बड़े जवाई बांध में पानी रीतने पर जिले की पेयजल समस्या बहुत गंभीर बनी हुई है। पूरा जुलाई महिना गुजरने के बावजूद भी जिले वासियों को बारिश के लिए मौहताज होना पड़ रहा है। जिले के कुछ जगहो पर इन्द्र देवता की मेहरबानी जरूर हुई है। जो पशुधन और पक्षीयों के लिए संजीवनी है। मगर अभी भी पूरे जिले में इन्द्र रूठने के कारण लोगो में पेयजल संकट के लिए भय बना हुआ है। जिले के सोजत,बूसी,सोनाईमांजी,सोमेसर सहित कुछ जगहों पर हुई बारिश।
जिले में पिछले कई दिनों से इन्द्र भगवान रूठे होने और जिले के सबसे बड़े जवाई बांध में पानी रीतने पर जिले की पेयजल समस्या बहुत गंभीर बनी हुई है। पूरा जुलाई महिना गुजरने के बावजूद भी जिले वासियों को बारिश के लिए मौहताज होना पड़ रहा है। जिले के कुछ जगहो पर इन्द्र देवता की मेहरबानी जरूर हुई है। जो पशुधन और पक्षीयों के लिए संजीवनी है। मगर अभी भी पूरे जिले में इन्द्र रूठने के कारण लोगो में पेयजल संकट के लिए भय बना हुआ है। जिले के सोजत,बूसी,सोनाईमांजी,सोमेसर सहित कुछ जगहों पर हुई बारिश।
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