जानकारी के अनुसार नगर के गढ़ोईपुर व खिरिया नारायण दास मोहल्ला निवासी 24 वर्षीय ट्रक चालक हेमंत कुशवाहा पुत्र मथुराप्रसाद कुशवाहा, क्लीनर 22 वर्षीय रीतेश साहू और रायसेन निवासी राकेश मालवीय दस चका ट्रक में सीमेंट भरकर दमोह से विदिशा जा रहे थे। राहतगढ़ से दस किमी पहले एरन गांव के पास सुबह करीब दस बजे उनका ट्रक अनियत्रिंत होकर एक छोटे पुल से टकरा कर लटक गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि जहां ट्रक के परखच्चे उड़ गए वहीं तीनंों की दर्दनाक मौत हो गई। उनके शरीर दो टकड़ों में बंट गए।
एरन गांव के पास यू टर्न होने से चालक हेमन्त नियंत्रण खो बैठा और ट्रक एक छोटे पुल से टकराकर नीचे लटक गया, जबकि तीनो युवक नीचे जा गिरे। घटना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक चालक हेमंत जिन्दा था। जिसने अपनी ओर साथियों के बारे में जानकारी दी। साथ ही पंकज राय निवासी बेगमगंज का मोबाइल लगाकर उसे घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। पंकज राय तत्काल अपनी जीप लेकर घटना स्थल पर पहुंचे तब भी चालक की सांसे चल रही थीं। वे उसे तत्काल सागर के तिली अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां इलाज शुरू होते ही उसकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही युवकों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे। क्लीनर रीतेश साहू का एक पैर कट गया था, जबकि राकेश मालवीय का शरीर कमर से दो टुकड़ों में बंट गया था। पुलिया ये नीचे गिरने के बाद राकेश के ऊपर सीमेंट की बोरियां गिर गई थीं। जिन्हे पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से हटाकर राकेश के शव को निकाला।
पुलिस ने तीनों का पीएम कराकर शव परिजनो को सौंप दिए। हेमंत और रीतेश के शव बेगमगंज पहुंचे तो उनके मोहल्ले में कोहराम मच गया। दोनो युवकों के घर आमने-सामने हैं। उल्लेखनीय है कि चालक हेमन्त कुशवाहा का अभी दस माह पूर्व ही विवाह हुआ था। उसकी पत्नी गर्भवती है। पति की मौत की सूचना मिलते ही पत्नी सहित परिजनो का रो-रो कर बुरा हाल है। हेमंत के तीन भाई व तीन बहिने है। वहीं रीतेश चार भाई व तीन बहिने हैं।