इस दौरान कई आवेदक पहुंचे, लेकिन अधिकारियों के न होने से वापस लौट गए। पहले भी जनसुनवाई ऐसी लापरवाही की भेंट चढ़ती रही है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं करने से यह कार्यक्रम कागजी कार्रवाई बनकर रह गया है।
& अधिकारियों के जन सुनवाई में नहीं पहुंचने की जानकारी मिली है। ऐसे अधिकारियों को नोटिस जारी की स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कार्यवाही के लिए वरिष्ठ कार्यालय को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
– विनीत तिवारी, एसडीएम सिलवानी
जनसुनवाई में लोगों ने प्रमुखता से उठाया जल संकट का मुददा
गैरतगंज. मंगलवार को खंडस्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम में तहसीलभर में जलसंकट के विभिन्न मामले अधिकारियों के सामने आए। अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में पीने के पानी की एक-एक बूंद के लिए उन्हे तरसना पड़ रहा है। मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे ग्रामीणों ने पीएचई विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैये की शिकायत की।
इसके अलावा जनसुनवाई में अन्य मामले सामने आए।
वहीं जनसुनवाई में एसडीएम मोहिनी शर्मा, तहसीलदार अवधेश यादव, नायब तहसीलदार हेमराज मेहर सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के सामने आमजनों ने अपनी समस्याएं सुनाई। मुख्य समस्या जलसंकट की रही। नगरीय क्षेत्र के वार्ड 11 के आवेदकों ने बताया कि उनके वार्ड में 10 से 15 दिनों में नपा द्वारा पीने का पानी दिया जा रहा है।
जिस दिन पानी की व्यवस्था करते हैं तो उसका कोई समय नहीं है, जिसके कारण पूरा वार्ड पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा है। ग्राम बीनापुर के रहवासियों ने बताया कि उनके यहां तकनीकी रूप से हैंडपंप खराब पड़े हैं, पीएचई विभाग को कई बार सुधार के लिए कहा पर सुनवाई नहीं हो रही।