कुछ वर्षों पूर्व इस मंदिर का जीर्णोंद्धार एवं माता की सुंदर आकर्षक प्रतिमाएं एवं शिव परिवार की स्थापना की गई हैं।
मंदिर का इतिहास उस समय का बताया जाता है जब क्षेत्र में वाहन एवं यातायात के लिए यहां के बाशिंदे घोड़ा, बैलगाड़ी आदि संसाधनों का उपयोग करते थे। बुजुर्ग बताते हैं कि लगभग तीन शताब्दी पूर्व निकटतम विदिशा जिले के गंजबासौदा नगर के कपूर परिवार माता का भक्त था। परंतु संतानहीन होनेे के कारण प्राय: दु:खी रहता था।
तब मां विजयासन की प्रेरणा से कपूर परिवार की तीसरी पीढ़ी के शिवनंदन कपूर घोड़े की सवारी कर सिलवानी आए तथा मां विजयासन का मंदिर ढ़ूंढने पर मंदिर नहीं मिला। तब कुछ दिन रुकने पर मां विजयासन की प्रेरणा से एक कचरे का ढेर साफ कराया इसके नीचे मां की पांच पिंडियां प्रकट हुईं। उनके दर्शन मात्र से शिवनंदन कपूर के घर में पुत्र की किलकारियां गूंजी। तब उस स्थान पर चबूतरा बनवाकर कपूर खानदान के साथ अन्य धार्मिक अस्तिकों ने भी मां की पूजा-अर्चना आरंभ कर किया।
शक्तिपीठ में महाआरती जगमगा, रहे २५१ ज्योति कलश, उमड़े भक्त
रायसेन. शहर के नव देवी शक्ति पीठ मंदिर मुखर्जी नगर में चैत्र नवरात्रि का पर्व असीम उत्साह व श्रद्धाभक्ति के साथ धूमधाम से मनाया जा रहा है। स्वामी शिवोम तीर्थ आश्रम के स्वामी योगेंद्र तीर्थ महाराज ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी परम पूज्य सद् गुरूदेव महाराज की कृपा व आशीर्वाद से स्वामी शिवोम तीर्थ आश्रम न्यास परिसर स्थित नव देवी शक्तिपीठ में २५१ अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित कर व घट स्थापना के साथ जवारे बोए गए हैं।
शुक्रवार को मंदिर में महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। मंदिर में रायसेन, विदिशा, गंजबासौदा, सीहोर भोपाल, होशंगाबाद, सागर, इंदौर, जबलपुर, लखनऊ के भक्त अखण्ड ज्योतियां प्रज्ज्वलित करवाते हैं। यह इस धार्मिक परंपरा व सहयोग की भावना सालों से अनवरत जारी है। चैत्र शुक्ल नवमी दशहरा पर्व रविवार को मंदिर प्रांगण में हवन की पूर्णाहुति ज्वारे विसर्जन सहित महाकन्या भोज, नगर भंडारे का आयोजन होगा।