जिससे शहर के लोगों को बायपास रोड की सुविधा नहीं मिल सकी। बताया जा रहा है कि यहां पर कई दिनों से पुल निर्माण चल रहा है। लेकिन बार-बार काम बंद होने और फिर निर्माण शुरू होने पर धीमी रफ्तार से कार्य चलता है। इस कारण समय पर पुल बनकर तैयार नहीं हो पाया और भारी वाहनों की आवाजाही शहर के बीच से निकली सड़क से हो रही है। भारी वाहनों का शहर के व्यस्त मार्ग से निकलना यातायात बाधित करता है। वहीं करोड़ों रुपए के बायपास रोड का उपयोग भी नहीं हो रहा।
लगता है समय
बायपास रोड पूर्ण रूप से तैयार नहीं होने पर कलेक्ट्रेट सहित अन्य दफ्तरों में आने वाले लोगों को शहर के मध्य से निकली सड़क से होकर गुजरना पड़ रहा है। जिससे इस रोड पर टै्रफिक लोड अधिक रहता है। इस कारण सांची-विदिशा मार्ग पर सागर तिराहे से लेकर तहसील कार्यालय तक छोटे-बड़े वाहनों के पहिए दिन में कई बार थमते हैं।
ऐसे में लोगों को कलेक्ट्रेट, अदालत सहित अन्य स्थानों पर पहुंचने में समय अधिक लगता है। वहीं टै्रफिक व्यवस्था गड़बड़ा जाती और पूरी सड़क पर अव्यवस्था नजर आती है। यातायात बिगडऩे पर कई बार गंभीर मरीजों को लेकर आने और रैफर करने के दौरान एम्बुलेंस वाहन सांची-विदिशा रोड पर फंस जाते हैं। ऐसी स्थिति सप्ताह में तीन-चार बार बनती है।
भारी वाहन निकलेंगे
यदि बायपास सड़क समय पर बनकर तैयार हो जाती, तो विदिशा होकर सागर की तरफ जाने वाले भारी वाहनों का आवागमन सदालतपुर बायपास से ही किया जाता। लेकिन अब सागर जाने वाले ज्यादातर वाहन गैरतगंज, बेगमगंज होकर जा रहे। इसका सीधा असर शहर की यातायात व्यवस्था पर पड़ रहा।
इससे वाहन चालक भी परेशान होते हैं। वाहन चालक रूप सिंह वर्मा, नर्बदा प्रसाद, खलील खां आदि का कहना है कि सागर जाने के लिए रायसेन शहर के बीच से निकलना पड़ रहा है। यदि बायपास रोड पर टै्रफिक शुरू हो जाए, तो विदिशा होकर सागर पहुंचने में आसानी होगी।
गुणवत्ता पर ध्यान नहीं
सड़क बनाने वाली कंपनी द्वारा सड़क और पुल-पुलियाओं के निर्माण की गुणवत्ता पर बेहतर ध्यान नहीं दिया जा रहा। यही कारण है कि बायपास मार्ग सहित भोपाल रोड पर बनी करीब नौ पुलिया धंस चुकी है। धंसे हुए हिस्से को कंपनी ने दोबारा बनाया। अभी भी सदालतपुर के आगे एक पुलिया के हिस्से को तैयार किया गया। वहीं सेहतगंज के समीप बनी एक पुलिया बारिश के समय धंस चुकी और डामर पूरी तरह से छोड़ दिया था। इसी तरह बायपास सड़क पर बनी पुलिया भी धंसक गई थी। वहीं कौड़ी नदी के पुल की स्थिति भी बेहतर नहीं कही जा सकती।
ये है पुल की स्थिति
रीछन नदी पर बनने वाले पुल का निर्माण कार्य अभी आधा ही हो सका है। जबकि यहां पर पिछले एक साल से ज्यादा समय से काम चल रहा है। लेकिन अभी तक पुल का स्लैब ही डाला गया और दोनों तरफ की साइडों का काम नहीं हो सका। जिससे पुल अभी अधूरी स्थिति में है।
इसके साथ ही निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा, तो समय अधिक लग रहा। इस स्थिति में पुल तैयार होने में करीब चार माह का समय यानि अगस्त माह पूरा बीतने की संभावना जताई जा रही। ऐसी स्थिति में बारिश के दौरान फिर से लोगों को परेशानी होगी और रायसेन से भोपाल के बीच का सड़क संपर्क टूट जाएगा।
रीछन नदी सहित कौड़ी, पग्रेश्वर पुल निर्माण कार्य तेज करने के लिए सड़क निर्माता कंपनी से कहा गया है। रीछन पुल के दोनों तरफ फिलिगं कार्य शुरू कराया जाएगा। वहीं समय पर काम नहीं करने की स्थिति में निर्माता कंपनी को धारा 33 के तहत नोटिस दिए जाएगा। इसके बाद भी कंपनी ने अपना रवैया नहीं सुधारा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
एलके खरे, एसडीएम रायसेन