इनमे से 3 ट्रैक्टर ट्रॉली पुलिस अपने साथ देवरी थाने ले गई, बाकी बची 2 ट्रैक्टर ट्रॉली और एक ट्रॉली जो रास्ते में फंसे हुए थे, उन्हें थाने पहुंचने की हिदायत दी गई। परन्तु दोनों ट्रेक्टर वहीं रेत खाली कर चलते बने।
सूत्रों की माने तो नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी के अमले को वापस जाते समय भी रास्ते मे 2 रेत के भरे ट्रैक्टर ट्रॉली मिले, परन्तु उन पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई। बता दें कि देवरी क्षेत्र में इन दिनों रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर है।
जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत होने का ग्रामीण आरोप लगाते आए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हम कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से कर चुके हैं, परंतु अधिकारी कार्यवाही नहीं करते। आज भी जब कार्यवाही हुई तो 15 में से 6 ट्रेक्टर बचे तब अधिकारी मौके पर आए और 6 ट्रैक्टर ट्रॉलियों का पंचनामा भी बनाया गया, जिनमें से 3 तो थाने पहुंच गए परन्तु 2 रेत खाली कर भाग गए। जबकि एक रेत से भरी ट्रॉली वहीं मौके पर खड़ी है। रास्ते में मिले वाहनों पर भी कार्यवाही नहीं करना अधिकारियों को संदेह के घेरे में खड़ा करता है।
बेखौफ अवैध उत्खनन
ग्रामीण क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक खासतौर पर नर्मदा तट शौकलपुर और पतई घाटों पर अवैध रूप से रेत का उत्खनन इन दिनों बड़ी मात्रा में किया जा रहा है। मगर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। कार्रवाई न होने के कारण बेखौफ रेत माफिया प्रतिदिन रात के समय इन घाटों पर वाहनों का मेला लगा देते हैं और सैकड़ों ट्रॉली रेत नर्मदा से निकाली जाती है। इन दिनों तेजी से रेत निकालने का कार्य किया जा रहा है।
मौके पर हमें 5 ट्रैक्टर ट्रॉली सहित एक ट्रॉली मिली जिनका पंचनामा बनाया गया है। 2 ट्रैक्टर और ट्रॉली रास्ते में फंसी थी तो उन्हें छोड़कर 3 को हम देवरी थाने ले आए। बाकी को सरपंच के सुपुर्दगी में छोड़ कर आए थे। रास्ते में हमे कोई रेत से भरा वाहन नहीं मिला।
– राधेश्याम पटेल, थाना प्रभारी देवरी