इसी कारण शनिवार को दोपहर में हुई नीलामी के बाद शाम को कृषि उपज मंडी के सामने हाइवे पर टै्रक्टर-ट्रॉलियों का जमावड़ा लग गया। कई वाहन चालकों ने आड़े-तिरछे तरीके से अपने वाहन सड़क पर लगा दिए।
जिससे बस स्टैण्ड से लेकर चौपड़ा तक काफी देर जाम लगा रहा। लेकिन यातायात पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी बड़ी देर बाद मौके पर पहुंचे। इस दौरान जाम खुलवाते समय टै्रफिक एएसआई यशवंत शर्मा ने कुछ वाहन चालकों के ऊपर डंडे बरसा दिए।
जिससे वाहन चालक घबराकर अपने वाहन निकालने लगे। वहीं कुछ दो पहिया वाहन चालक तो एएसआई के हाथ जोड़ते रहे। इसके बाद भी उन्हें डंडे पड़ गए। यात्री परेशान हुए
शाम के समय हाइवे पर जाम लगने से यात्री और खासकर अपडाउन करने वाले इधर-से-उधर भटकते रहे। बेतरतीव तरीके से एनएच 146 पर छोटे-बड़े वाहन खड़े रहने दो पहिया, चार पहिया वाहन भी बमुश्किल निकल पाए।
शाम के समय हाइवे पर जाम लगने से यात्री और खासकर अपडाउन करने वाले इधर-से-उधर भटकते रहे। बेतरतीव तरीके से एनएच 146 पर छोटे-बड़े वाहन खड़े रहने दो पहिया, चार पहिया वाहन भी बमुश्किल निकल पाए।
सागर-भोपाल मार्ग सहित भोपाल-रायसेन के बीच चलने वाली यात्री बसें करीब एक घंटे तक हाइवे पर ही खड़ी रहीं। यातायात को सुगम बनाने वाली टै्रफिक पुलिस के अधिकारियों की कार्य शैली पर लोग सवालिया निशान लगाते रहे।
पूरी उपज की नीलामी कराई
मंडी सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि रविवार से मंडी में अवकाश लगने के कारण शनिवार को नीलामी के लिए किसान करीब चार सौ टै्रक्टर-ट्राली में उपज लेकर दशहरा मैदान पहुंचे थे।
पूरी उपज की नीलामी कराई
मंडी सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि रविवार से मंडी में अवकाश लगने के कारण शनिवार को नीलामी के लिए किसान करीब चार सौ टै्रक्टर-ट्राली में उपज लेकर दशहरा मैदान पहुंचे थे।
मंडी प्रबंधन और व्यापारियों ने त्यौहार के समय को देखते हुए शाम तक सभी उपज की नीलामी करा दी। शनिवार को लगभग आठ हजार क्विंटल धान की आवक दर्ज की गई। वहीं किसानों को 2700 रुपए से लेकर 2940 रुपए प्रति क्विंटल तक धान के दाम मिले।