इस कारण यहां से भारी वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। कुछ यात्री बसें रायसेन की तरफ रुककर जाती है। वहां से बसों के ड्रायवर-कंडक्टरों द्वारा सवारियों को क्षतिग्रस्त रपटे से पैदल भेजकर दूसरी तरफ खड़ी बसों में बैठा रहे हैं। इस तरह यात्रियों की जान जोखिम में डाली जा रही। वहीं इस रपटे से दो पहिया वाहन बेरोकटोक निकल रहे हैं। जबकि कुछ बसें कानपोहरा और सालेरा से होते हुए जा रही है। बताया जा रहा है कि कानपोहरा से लगभग दस किमी का फेर अधिक लग रहा है। वहीं सालेरा से करीब छह किमी की दूरी ज्यादा है।
ऐसे में यात्रियों को ज्यादा किराया भी देना पड़ रहा है। इस तरह यात्रियों सफर में किराया और समय दोनों ही अधिक लग रहा है। गौरतलब है कि रक्षाबंधन पर्व के चलते यात्री बसों में भीड़ ज्यादा हो रही है, जिससे यात्री परेशान हैं।
सफर भी परेशानी भरा
रायसेन से भोपाल तक की यात्रा भी लोगों को दिक्कतों भरी करनी पड़ रही है। करीब डेढ़ वर्ष पहले शुरू हुआ सड़क निर्माण कार्य दर्जनों पुल-पुलियों के कारण पूरा नहीं हो सका है। वर्तमान में खरबई के नजदीक बन रहे पुल सहित अन्य पुलियाओं के समीप बने डायवर्सन रोड पक्का नहीं होने से कीचड़ मच रही है। ऐसे में दो पहिया वाहनों का निकलना कठिनाई भरा होता है।
कीचड़ में कई बार वाहन फिसल कर गिर रहे हैं। मगर सड़क निर्माता कंपनी द्वारा डायवर्सन रोड को डामरीकृत नहीं किया गया। जबकि ये काम गर्मी के दिनों में ही पूरा किया जाना था। वहीं एनएचएआई सहित जिला प्रशासन के अधिकारी खामोश बैठे हैं।
यात्री वचन सिंह, नरेन्द्र, दीपिका, जयंती ठाकुर, रंजना आदि ने बताया कि ३२ किमी दूर स्थित विदिशा पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है।
धीमी रफ्तार से काम
भोपाल आनंद नगर बायपास से रायसेन होते हुए सांची तक करीब ५४ किमी सड़क को एनएचएआई द्वारा आशीष इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी से ठेका देकर बनवाया जा रहा है। शुरुआती दौर में एनएचएआई एवं कंपनी के अधिकारियों द्वारा जून २०१८ तक काम पूरा करने का दावा किया जा रहा था।
मगर उनका ये दावा पूरा नहीं हो सका, क्योंकि निर्माण धीमी रफ्तार से चल रहा है। बताया जा रहा है कि अभी एक वर्ष का समय सड़क पुल-पुलियाओं को बनने में लग सकता है, क्योंकि कौड़ी, पग्रेश्वर नदी के पुल सहित भोपाल रोड पर बन रहे तीन बड़े पुलों का कार्य भी अधूरा है। रीछन नदी का पुल भी तैयार नहीं हुआ।
एनएचएआई से १५७ करोड़ में कंपनी द्वारा सड़क निर्माण का ठेका लिया गया है। जबकि इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत करीब २२५ करोड़ रुपए रखी गई थी। इसमें से सांची रोड पर लगभग सोलह किमी सड़क एवं दर्जन भर पुलिया पहली सड़क निर्माता कंपनी द्वारा बना दी गईथी। वर्तमान सड़क निर्माता कंपनी द्वारा बनाई जा रही सड़क और पुल-पुलियाओं की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग रहे हैं। करीब दो माह पहले खरबई में पुल बनते-बनते ही सेंटिंग गिरने से धराशाई हो गया था। इसके अलावा बायपास रोड एवं सेहतगंज के समीप बनी पुलिया सहित करीब आधा दर्जन पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
&हमने आशीष इंफ्रा स्टै्रक्चर सड़क कंपनी के सीपीएम टीके गौतम को जल्द ही कौड़ी नाले की पुलिया सहित हाईवे का निर्माण कराने के आदेश दिए हैं। ताकि लोगों आवागमन सुचारू हो सके।
एमपी बरार, एसडीएम रायसेन