scriptअब टाई-बेल्ट और ब्लेजर में नजर आएंगे सरकारी स्कूलों के बच्चे, होगा कायाकल्प | Now children in government schools will be seen in tie-belt and blazer | Patrika News

अब टाई-बेल्ट और ब्लेजर में नजर आएंगे सरकारी स्कूलों के बच्चे, होगा कायाकल्प

locationरायसेनPublished: Aug 28, 2018 02:35:15 pm

रायसेन. शिक्षा के स्तर और सरकारी स्कूल की यूनिफार्म बेहतर लुक देने के लिए शासन ने एक कदम और बढ़ाया है। अब निजी स्कूल की तर्ज पर अब जिले के सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूलों के बच्चे भी टाई-बेल्ट ब्लेजर में नजर आएंगे।

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Raisen The government has stepped up one step further to provide uniform and better look of the level of education and the government school uniform. Under this, now on the lines of private schools, children of government primary and middle schools of the district will now be seen in tie-belt blazer. Under the scheme of the scheme, Sarva Shiksha Abhiyan has entrusted the responsibility of providing the uniforms stipulated for the children to the livelihood mission, which has been made available

रायसेन. शिक्षा के स्तर और सरकारी स्कूल की यूनिफार्म को पहले की अपेक्षा और बेहतर लुक देने के लिए शासन ने एक कदम और बढ़ाया है। इसके तहत अब निजी स्कूल की तर्ज पर अब जिले के सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूलों के बच्चे भी टाई-बेल्ट ब्लेजर में नजर आएंगे। शासन की योजना के तहत सर्व शिक्षा अभियान ने बच्चों को सिली हुई यूनिफार्म उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी आजीविका मिशन को सौंपी है, जिसे बजट उपलब्ध करा दिया गया है। योजना के अनुसार १५ अगस्त से पहले युनिफार्म बच्चों को देना था, लेकिन तैयार होने में देरी की वजह से एक माह का समय बढ़ा दिया गया है। जिले के ३०० स्व-सहायता समूह एक लाख ३६ हजार बच्चों के लिए यूनिफार्म तैयार कर रहे हैं। डीपीसी विजय नेमा ने बताया कि जिले के सभी १८६९ प्राइमरी व ६५७ मिडिल स्कूलों से छात्र संख्या १ लाख ३६ हजार की जानकारी बुलाई गई है, जिसे आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों को दी गई है।
जहां यूनिफार्म तैयार की जा रही हैं। दरअसल सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों में मनोवैज्ञानिक बदलाव लाने के उद्देश्य से मप्र शासन ने यह कदम उठाया है। वैसे आमतौर पर प्रायवेट स्कूलों, कान्वेंट स्कूलों के छात्र अच्छी यूनीफॉर्म पहनकर स्कूल जाते हैं।
सरकारी स्कूलों के बच्चे जब इन निजी स्कूलों के बच्चों की यूनीफॉर्म पहने देखते हैं, तो उनके मन में एक अलग भाव आते हैं। इसी भेद को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है।
सामान्य वर्ग को नकद राशि
विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक सर्व शिक्षा अभियान के मद से अजा, अजजा व बीपीएल परिवार के बच्चों को यूनीफॉर्म राशि मंजूर हुई है। यह राशि स्व-सहायता समूहों के खातों में जमा कराई जा रही है। वहीं सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए राज्य योजना मद से यूनीफॉर्म के लिए राशि दी जाएगी। इसके लिए प्रति छात्र ६०० रुपए के मान से राशि शाला प्रबंधन समिति के खातों में डाली जा रही है, समिति द्वारा यह राशि छात्रों को दी जाएगी। अगर किसी स्कूल में या किसी समूहों या किसी संस्था द्वारा यूनीफॉर्म बनाई जाएगी तो यह राशि ऑनलाइन तरीके से संबंधित के बैंक खाते में जमा कराई जाएगी।

रंगीन यूनिफार्म के साथ मिलेगी जैकेट
राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा तय मापदंडों के अनुसार छात्रों को नेवी ब्ल्यू कलर की पेंट और स्काई ब्ल्यू कलर की शर्ट दी जाएगी। छात्राओं को नेवी ब्ल्यू कलर की सलवार और स्काई ब्लू कलर का कुर्ता साथ में एक जैकेट भी दी जाएगी।
छह करोड़ रुपए मिले
जानकारी के अनुसार बच्चों की यूनिफार्म के लिए राज्य शिक्षा मिशन के माध्यम से आजीविका मिशन को छह करोड़ रुपए दिए गए हैं। यह राशि यूनिफार्म तैयार कर रहे स्व-सहायता समूहों के खातों में जमा कराई जा रही है।
&शासकीय प्राथमिक, मिडिल स्कूलों में आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों के जरिए यूनीफॉर्म बंटवाई जाएंगी। बच्चों की संख्या, आयु आदि की जानकारी मिशन को उपलब्ध करा दी गई है।
विजय कुमार नेमा, डीपीसी रायसेन
&यूनिफार्म के लिए हमे राज्य शिक्षा मिशन से छह करोड़ रुपए मिले हैं, राशि समूहों के खातों में डाली जा रही है। सितंबर में अधिकतर यूनिफार्म बांटने का प्रयास करेंगे। यह काम तेजी से चल रहा है।
एसडी खरे, जिला समन्वयक आजीविका मिशन
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