पंचायत सचिव संगठन के जिला इकाई के अध्यक्ष गिरजेश शर्मा ने भी पूर्व में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भागर्व ने हमारी हड़ताल को सिर्फ कोरे आश्वासन देकर खामोश कर दिया था। लेकिन इस बार हमने भी यह निर्णय ले लिया है जो भी राजनीतिक दल हमारी मांगें पूरी करेंगी मप्र में अबकी बार उनकी ही सरकार सत्ता में काबिज होगी।
18 सितंबर को निकालेंगे महारैली भोपाल में
वहीं दूसरी तरफ रायसेन जिले के सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की मांगें पूरी नहीं होने की वजह से उनमें भी राज्य सरकार के प्रति लगातार आक्रोश पनप रहा है। मप्र जनपद पंचायत सीईओ संघ के प्रदेशाध्यक्ष भूपेंश गुप्ता, जिलाध्यक्ष रायसेन शोभित त्रिपाठी ने बताया कि हम सभी ने भी तीन दिनों 12 से 18 सितंबर तक का सामूहिक हड़ताल पर चले गए हैं। इनकी तीन दिनों की सामूहिक अवकाश के कारण सरकारी कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है।
जबकि जिला पंचायत रायसेन के वरिष्ठ अधिकारी यह दावा कर रहे हैं तो निचले अमले के जरिए कामकाज कराया जा रहा है। जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष शोभित त्रिपाठी का कहना है कि हमने सरकार से हर स्तर पर बातचीत कर अपनी मांगें रखीं। लेकिन मप्र सरकार ने सिवाय कोरे आश्वासन के आज तक कुछ नहीं दिया। मप्र सीईओ संघ जिला इकाई रायसेन ने भी आखिरकार थक हारकर सामूहिक हड़ताल पर चले गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि सामूहिक अवकाश की हड़ताल के बाद आगामी 18 सितंबर मंगलवार को राजधानी भोपाल में जंगी प्रदर्शन करते हुए प्रदेशभर के सीईओ की महारैली निकाल कर सरकार के समक्ष अपनी मांगें दोबारा से रखी जाएंगी। उनकी प्रमुख मांगों में राज्य वेतन आयोग की अनुशंसा के अनुरूप सीईओ एवं विकासखंड अधिकारियों को सम्मान जनक वेतन नहीं दिया जा रहा है। जिससे विभागीय अधिकारियों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने रायसेन जिले के सभी जनपद सीईओ, विकासखंड अधिकारियों से भोपाल की महारैली में शामिल होने का अनुरोध किया है।
अवकाश पर जिले के सभी सीईओ
जिले के सभी जनपद पंचायत सीईओ और विकासखंड अधिकारी फिलहाल तीन दिनों के सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इनकी हड़ताल से सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। निचले स्तर के अमले को तैनात कर काम चलाया जा रहा है।
पंकज जैन, विकासखंड अधिकारी, एसीईओ रायसेन