विदिशा सीट से पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी बाजपेशी, रामनाथ गोयनका, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान सांसद और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जैसे दिग्गज नाम जुड़े हैं। भाजपा के लिए अभी तक यह सीट लोकसभा में सदस्य संख्या बढ़ाने वाली तो कांग्रेस के लिए एक चुनौती रही है। इस सीट पर भाजपा का दबदबा बतताता है कि 1971 में इंदिरा गांधी की लहर में भी यहां से जनसंघ ने जीत हासिल की थी।
विदिशा संसदीय सीट 1967 के लोकसभा चुनाव से अस्तित्व में आई। इससे पहले इस क्षेत्र की अधिकतर विधानसभाएं रायसेन-सीहोर संसदीय क्षेत्र का हिस्सा थीं। 1967 में रायसेन-सीहोर सीट को खत्म कर नई विदिशा सीट का गठन किया गया। जिसमें विदिशा की दो विधानसभा विदिशा और बासोदा, रायसेन की तीन सांची, सिलवानी और भोजपुर, सीहोर की दो बुधनी और इछावर तथा देवास जिले की एक विधानसभा खातेगांव को शामिल किया गया।
वर्ष सांसद पार्टी
1967 पंडित शिव शर्मा जनसंघ
1971 रामनाथ गोयनका जनसंघ
1977 राघवजी जनसंघ
1980 प्रताप भानु शमा कांग्रेस(इंदिरा)
1984 प्रताप भानु शर्मा कांग्रेस(इंदिरा)
1989 राघवजी भाजपा
1991 अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा
1991 शिवराज सिंह चौहान भाजपा
1996 शिवराज सिंह चौहान भाजपा
1998 शिवराज सिंह चौहान भाजपा
1999 शिवराज सिंह चौहान भाजपा
2004 शिवराज सिंह चौहान भाजपा
2006 रामपाल सिंह भाजपा
2009 सुषमा स्वराज भाजपा
2014 सुषमा स्वराज भाजपा
पिछले चुनाव के नतीजे
2014
उम्मीदवार पार्टी मत प्रतिशत
सुषमा स्वराज भाजपा 7,14,348 66.55
लक्ष्मण सिंह कांग्रेस 3,03,650 28.29
2009
सुषमा स्वराज भाजपा 4,38,235 78.80
चौ. मुनव्वर सलीम सपा 48,391 8.70