scriptखाद नहीं मिली तो किया हंगामा | Fertilizers were not found, then farmers stopped | Patrika News
रायसेन

खाद नहीं मिली तो किया हंगामा

विगत कई दिनों से जिले के किसान यूरिया खाद के लिए परेशान हो रहे हैं।

रायसेनDec 20, 2018 / 11:21 pm

chandan singh rajput

patrika news

Raisen For the past several days the farmers of the district are getting worried about the urea. But their troubles are sitting silent rather than removing responsibility. Thereby, the patience of the farmers started breaking. Yes, in fact, even on Thursday, the marketing association arrived at buying the farmer urea on the manure of the office. But when the fertilizer was not found, hundreds of angry farmers blocked the highway in front of the District Marketing Association’s office at Bhopal R

रायसेन. विगत कई दिनों से जिले के किसान यूरिया खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। मगर उनकी परेशानी जिम्मेदार दूर करने की बजाय मौन धारण कर बैठे हैं। जिससे किसानों का सब्र टूटने लगा है। जी हां, दरअसल गुरुवार को भी विपणन संघ कार्यालय की खाद गोदाम पर किसान यूरिया खरीदने पहुंचे। पर जब खाद नहीं मिला तो नाराज सैकड़ों किसानों ने भोपाल रोड संजय नगर स्थित जिला विपणन संघ कार्यालय के सामने हाईवे पर गुरूवार को सुबह लगभग 11 बजे जाम लगा दिया।
लगभग आधा घंटे से ज्यादा नेशनल हाईवे १४६ भोपाल रोड पर यातायात बाधित रहा, जिससे हाईवे के दोनों तरफ छोटे-बड़े वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। इसकी सूचना मिलते ही एसडीएम संजय उपाध्याय, एसडीओपी मुकेश चौबे, कोतवाली टीआई आशीष कुमार धुर्वे, सब इंस्पेक्टर घनश्याम शर्मा, एएसआई गीता चौधरी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे गए। इस दौरान जाम में फंसे इन वाहनों को गुजारने के लिए काफी आधे घंटे तक मशक्कत करना पड़ी।
अधिकारियों ने लगभग पौन घंटे की मशक्कत के बाद किसानों के हंगामे को समझाइश देकर शांत कराया।
गुरुवार को तीसरे दिन भी किसान सुबह साढ़े छह बजे से ही खाद गोदाम पहुंच गए। उधर विपणन संघ के जिला प्रबंधक प्रदीप गरेवाल ने किसानों को बताया कि रविवार २३ दिसंबर रविवार को सुबह से यूरिया खाद की मंडीदीप की रैक आने के बाद वितरण किया जाएगा। जिले में मार्कफेड के गोदामों से पिछले सालों की तुलना में दोगुना यूरिया खाद इस साल बांटा जा चुका है।
कालाबाजारी की आशंका
जहां किसान तो खाद गोदाम से मिलने वाली सरकारी यूरिया खाद की काला बाजारी की शिकायत कर ही रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन भी इस मामले को सही मानने लगा है। क्योंकि पिछले साल खाद गोदाम में जिला विपणन संघ ने 16340 मीट्रीक टन यूरिया दिसंबर महीने तक वितरित हुई थी। जबकि इस साल 22500 मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है। मगर अभी तक किसानों को 12650 मीटीक टन यूरिया ही बांटा गया है। डीएपी का लक्ष्य 9000 मीट्रीक टन है। इसके विरुद्ध अब तक १४५७९ मीट्रीक टन वितरित किया जा चुका है।
कतारों में महिलाएं भी
सिर्फ दो बारी यूरिया खाद के लिए महिला किसान खाद गोदाम संजय नगर में सुबह साढ़े छह बजे से ही कतारों में लगने के लिए मजबूर हैं। गुरूवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में महिलाएं कतारों में घंटों खड़ी रहीं। महिला किसान श्याम बाई ब्यावरा, प्रेम बाई महू जागीर, लक्ष्मी बाई, लच्छो बाई छानवे गांव, गेंदी बाई बंजारा, मालती बाई, सोहता मिश्रीबाई, डालीबाई बंजारा फूलश्री, कोमल बाई रमासिया, पुनिया बाई पाटनदेव, कपूरी बार्ई बैरागी आदि ने बताया कि घंटों लाइनों में लगने के बावजूद हमें दो बोरी यूरिया खाद नसीब नहीं हो सकी।
खाद गोदाम में फिलहाल साठ बोरी यूरिया खाद उपलब्ध है। बाइस दिसंबर को मंडीदीप में ट्रेन से यूरिया खाद की पिपरिया, विदिशा से रैक आएग। २३ दिसंबर सुबह से यूरिया की दो-दो बोरियां उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए किसान अपने साथ बही व उसकी फोटो कॉपी, आधार कार्ड अपने साथ लेकर जरूर लाएं। किसानों द्वारा गोदाम से यूरिया की कालाबाजारी के लगाए गए आरोप सरासर गलत है।
प्रदीप गरेवाल, डीएमओ विपणन संघ रायसेन।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो