दशहरा मैदान पर करीब 15 साल पूर्व ग्राम पंचायत के कार्यकाल में प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य कराया गया था। बीते 10 सालों से नगर परिषद का प्रशासन चल रहा है, लेकिन दशहरा मैदान की ओर ध्यान नहीं दिया गया। इच्छा शक्ति के साथ ही नीति तथा कार्य के प्रति ललक ना होने के कारण नप के जिम्मेदार प्रतिनिधि काम नहीं कर रहे हैं। जबकि यही मैदान अगर व्यवस्थित कर दिया जाए, साफ सफाई के साथ ही व्यवस्थाएं भी सुधार दी जाए तो इस मैदान का कई कार्यक्रमों के लिए उपयोग हो सकता है।
नदी पर नहीं बना घाट
दशहरा मैदान के पास बहने वाली बेगमनदी पर घाट नहीं बना है। पहले बना घाट छतिग्रस्त होने पर उसकी मरम्मत भी नहीं की गई। इस नदी में ही प्रति वर्ष गणेश व दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है।