scriptहिरणों व अन्य जीवों की धमाचौकड़ी से चौपट हो रहीं फसलें | Cropping crops from decks of deer and other animals | Patrika News

हिरणों व अन्य जीवों की धमाचौकड़ी से चौपट हो रहीं फसलें

locationरायसेनPublished: Dec 07, 2018 11:47:15 pm

मगर इन दिनों वन्य जीवों ने कई खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है

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Raisen In the surrounding area villages, including the district headquarters, the green fodder of wheat, gram and lentils, peas and other crops standing in the fields at this time is fluttering. Thereby the farmers were satisfied. But these days, wild animals have damaged crops in many fields, causing farmers to be very worried. Among them, the herds of deer have been kept in the temples.

रायसेन. जिला मुख्यालय समेत आसपास के क्षेत्र के गांवों में इस समय खेतों में खड़ी गेहूं, चने व मसूर, मटर अन्य फसलों की हरी फ सल लहलहा रही है। जिससे किसान संतुष्ट थे। मगर इन दिनों वन्य जीवों ने कई खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसान खासे परेशान हैं। इनमें हिरणों के झुंडों ने धमाचौकड़ी मचा कर रखी है। हिरण और जंगली सूअरों के झुंड खेतों में खड़ी गेहूं, चने व मसूर, मटर अन्य फसलों की हरी फ सल को चौपट करने में जुटे हुए हैं।
परेशान किसानों ने वन विभाग के अधिकारियों से वन्य जीवों से सुरक्षा के लिए आवेदन दिया मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जानकारी के अनुसार विदिशा जिले की सीमा क्षेत्र से लगे चोपड़ा, ताजपुर सूर, मेहगांव, हिम्मतगढ़, मिर्जापुर, पाली भादनेर, खरगावली, पिपलई, सूरई, पठारी, टपरा-पठारी, रामपुर टोला, बम्हौरी, खनपुरा, कटारिया, बारला, पग्रेश्वर, परवरिया, कौड़ी, गिरवर समेत मिनी पंजाब कहे जाने वाले क्षेत्र पैमद, मानपुर, बरनी जागीर आदि गांवों में लाल, पीले और काले हिरणों, जंगली सूअरों की दिन-रात धमाचौकड़ी की वजह से फसलों को नुकसान हो रहा है।
स्थिति ये हो चुकी है कि फसलों को बचाने के लिए किसानों को अपने परिवार को खेतों की मेड़ पर भी बैठाना पड़ रहा है। वहीं कुछ किसान इनको भगाने के लिए बम पटाखों का भी सहारा लिया जा रहा है। वैसे भी धान, सोयाबीन की कटाई के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग सभी किसानों ने अपने खेतों में रबी फ सल की बोवनी कर ली है। इस समय सभी खेतों में हरियाली छाई हुई है। लेकिन हिरणों के झुंड ने आतंक है। इसलिए किसानों को देर रात तक खेतों पर रहना पड़ रहा है।
वन विभाग ने दो शिकारियों को पकड़ा, अवशेष भी मिले
मंडीदीप. वन मंडल औबेदुल्लागंज के अंतर्गत आने बिनेका रेंज की लुलका बीट के जंगल में मंगलवार को मिले बाघिन के पंजे काटने वाले आरोपी को वन विभाग ने शुक्रवार को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। आरोपी की निशानदेही पर बाघिन के पंजे ओर उपयोग में लाई गई कुल्हाड़ी भी वन अमले ने बरामद कर ली है। विभाग की टीम ने गांव से दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया हैं।
गौरतलब है कि वन क्षेत्र में बाघिन का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी।
जानकारी के अनुसार लुलका निवासी हरचंद ने सबसे पहले जंगल में मृत बाघ को देखा था। वह अपनी कुल्हाड़ी से मृत बाघ के पंचे काटकर घर ले आया, लेकिन डर के चलते उसने दोनों पंजे एवम कुल्हाड़ी को जंगल मे कहीं छिपा दी थी। वन अमले ने हरचंद को साथ लेकर गुरूवार सुबह चार बजे तक शिनाख्त की परंतु रास्ता भटकने से पंजों का पता नहीं लगा। दूसरे दिन सुबह नौ बजे बाघ के पंजे व कुल्हाड़ी हरचंद की निशानदेही पर जंगल से बरामद किए गए।
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