गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जिले में 5500 अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी कर रहे हैं। इनकी बाकायदा ट्रेनिंग शुरू हो गई है। 77 अधिकारी कर्मचारियों ने खुद को अनफि ट बताते हुए आवेदन दिए थे। आवेदनों में शुगर से आंखें कमजोर होना, समय पर दवाई और भोजन लेने की मजबूरी, थायराइड होने से जोड़ों में दर्द होना सहित कैंसर, हृदय की बीमारियां बताई गईं। बुधवार को जांच में 5 अधिकारी कर्मचारी फिट मिले। जबकि 18 को वाकई अनफिट पाते हुए चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया गया।
जिपं सीईओ अमनवीर सिंह बैस ने ड्यूटी नहीं करने पर 20 साल की नौकरी और 50 साल की उम्र के दायरे में आने पर वीआरएस लेने की बात कही। कर्मचारियों ने ड्यूटी करने की बात स्वीकार कर ली है। हालांकि अधिकारी कर्मचारियों का कहना है हमें शारीरिक परेशानी होने पर चुनाव ड्यूटी नहीं लगाने के लिए निवेदन किया था। मगर बोर्ड ने हमें अनफि ट नहीं माना है।
& जिला निर्वाचन शाखा से मिले ७७ आवेदनों पर कर्मचारियों की जांच में 18 अनफिट मिले हैं। बाकी की रिपोर्ट आने के बाद उनकी स्थिति तय होगी।
-डॉ. बीबी गुप्ता, सिविल सर्जन