दरअसल, यह पूरा मामला बिलासपुर का है, जहां चिंगरापारा की रहने वाली सुधा लोनिया (19) की शादी 3 महीने पहले इसी इलाके के संदीप के साथ हुआ था। शादी के बाद सुधा के मोबाइल पर किसी शख्स का कॉल आया। संदीप ने ध्यान नहीं दिया, जब पत्नी को रोज घंटों किसी से बात करने पर तो उसे शक हुआ।
फिर संदीप ने एक दिन पत्नी का मोबाइल चेक किया तो पता चला कि यह कॉल किसी अनिल चौहान का है, जो पेंड्रा थानांतर्गत ग्राम पौढिय़ा का रहने वाला है। पत्नी का अनिल से घंटों बात करना संदीप को पसंद नहीं आया। संदीप ने पत्नी को अनिल से मोबाइल पर बात करने से मना कर दिया।
एक दिन अचानक संदीप घर पहुंचा तो देखा कि पत्नी मोबाइल पर अनिल से बात करने में मशगूल थी। सुधा को अनिल से बात करता देखा संदीप आगबबूला हो गया। फिर संदीप गुस्से में सुधा के पास गया और उससे मोबाइल छीन लिया। इस पर दोनों के बीच जमकर नोंकझोंक हुई। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि संदीप ने गुस्से में पत्नी का मोबाइल जमीन पर पटक कर तोड़ दिया।
इससे गुस्साई सुधा पति को घर में बंद करके ऑटो में बैठकर दयालबंद अरपा पुल पहुंच गई, और नदी में छलांग लाग दी। पुल से गुजर रहे एक राहगीर ने उसे देखा और बचाने के लिए नदी में कूद गया। उसने सुधा को नदी से बाहर निकाला फिर डॉयल 112 को घटना की जानकारी दी।
मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। उधर, घर में बंद संदीप ने मोबाइल पर कॉल करके अपने पड़ोसी को बुलवाया और दरवाजा खुलवाया। संदीप पत्नी तलाशते जब थाना पहुंचा तो उसे सुधा के नदी में कूदने और अस्पताल में भर्ती होने का पता चला।