हाथ में लाठी लिए नाला पार कर रही ये लेडी है IAS, जा रही थीं हाथी प्रभावितों से मिलने सुकमा स्थित पिडमेल के जंगलों में नक्सलियों के जमावड़े की सूचना मिली थी। मिले इनपुट के आधार पर 11 अप्रैल 2015 को एसटीएफ के 61 जवान सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान घात लगातार बैठे हुए करीब 400 नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया।
Police को देखते ही जंगल में भागने लगा इनामी नक्सली, दौड़ाकर पकड़ा, सालों से थी तलाश एसटीएफ के प्लाटून कमांडर शंकर राव जवानों के साथ मोर्चे पर डटे रहे। करीब 4 घंटे तक जमकर यह मुठभेड़ चलती रही। इस दौरान गोली लगने से वह घायल हो गए थे। इसके बाद भी वह बड़ी बहादुरी के साथ नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हो गए। लगातार जवाबी हमले से घबराकर नक्सली जंगलों में निकल भागे। इस हमले में नक्सलियों को भारी नुक सान उठाना पड़ा था।
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बीजापुर के शहीद उपनिरीक्षक अविनाश शर्मा
बीजापुर के निरीक्षक रामेश्वर देशमुख
बीजापुर के निरीक्षक लक्ष्मण केंवट
दंतेवाड़ा के एएसपी नक्सल ऑपरेशन, गोरखनाथ बघेल
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विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक
गृह सचिव अरुणदेव गौतम सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक
एसपी मुख्यमंत्री सुरक्षा, प्रखर पांडेय
पएसपी ईओडब्ल्यु, अरविंद कुजूर
6वीं वाहिनी सेनानी, टीआर कोसिमा
एसपी कबीरधाम, डॉ. लाल उमेंद सिंह
एसटीएफ बघेरा प्लाटून
कमांडर महेन्द्र कुमार यादव
प्रधान आरक्षक, राजेन्द्र कुमार देखमुख
प्रधान आरक्षक, जगमोहन प्रधान
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एसटीएफ बघेरा प्लाटून
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प्रधान आरक्षक, राजेन्द्र कुमार देखमुख
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