राजधानी के सबसे व्यस्ततम गोलबाजार का स्वच्छता के मामले में सबसे ज्यादा खस्ताहाल है। गोलबाजार का सुलभ शौचालय गंदगी और बदबू का घर बना हुआ है। जिसके चलते यहां के नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के व्यापारी सफ ाई व्यवस्था नहीं होने से परेशान हैं। गोलबाजार राजधानी के सबसे व्यस्ततम बाजार में से एक है। यहां शहरभर के नागरिकों का आना-जाना दिनभर लगा रहता है।
पिछले एक महीने से यहां के व्यापारी के अलावा खरीददारी करने आने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। नगर निगम द्वारा सुलभ शौचालय की व्यवस्था तो की गई है लेकिन पिछले एक महीने से सुलभ शौचालय में ताला जड़ दिया गया है। गोलबाजार में सबसे ज्यादा महिलाएं खरीदारी करने आती है। लेकिन सुलभ शौचालय बंद होने के कारण महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। भाजपा पार्षद लता सुनील चंद्राकर ने इसके लिए नगर पालिका को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि सुलभ शौचालय में गंदगी की वजह से व्यापारियों सहित बाजार आने वाली महिलाओं को भारी समस्या से जूझना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि बदबू और गंदगी से दुकानदारों को सबसे अधिक परेशानी होती है। वहीं वार्ड के पार्षद सतीश जैन का कहना है कि गोलबाजार के सार्वजनिक शौचालय को व्यापारी लेकर संचालन करते है। कुछ असामाजिक तत्वों ने तोडफ़ोड़ कर दी थी, इसलिए अभी शौचालय में रिपेयरिंग वर्क चल रहा है। इसलिए कुछ दिनों के लिए बंद किया गया है।