पीडि़त युवती के परिजनों ने हॉस्टल के दूसरे कर्मचारियों के खिलाफ भी शिकायत की थी, जिस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। केवल फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. अजय साहू के खिलाफ ही अपराध दर्ज किया है। परिजनों ने मेडिकल मुलाहिजा रिपोर्ट में गड़बड़ी होने की आशंका जताई है।
समाज कल्याण विभाग के सचिव एमएल लकड़ा ने बताया कि यह काफी संवेदनशील घटना है। इसमें संलिप्त डॉक्टर के अलावा एनजीओ संचालक पर भी कार्रवाई की जाएगी। मैं कल ही पीडि़ता की रिपोर्ट मंगवाता हूं। इसके बाद अन्य बालिकाओं के भी बयान लिए जाएंगे।