लगातार कर रहे मानसिक रूप से प्रताडि़त
रेप पीडि़ता ने कहा कि उनके स्थानीय परिजन सहित बाहर में रहने वाले परिजनों को लगातार मानसिक प्रताडि़त किया जा रहा है। केस वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। परिजनों का घर से बाहर निकलना बंद हो गया है। नौकरी वाले हैं तो आफिस नहीं जा रहे हैं, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। हालांकि मुझे पुलिस सुरक्षा मिली हुई है, लेकिन परिजनों को नहीं मिली है।
धोखे से कराया अबार्शन
पीडि़ता ने बताया कि प्रेग्नेंट होने की जानकारी पलाश चंदेल को जब दी गई तो वह 13 मार्च 2021 की शाम 7.30 बजे आया। वह बहुत खुश था और तबियत खराब है कहते हुए पनीर चिल्ली लाया हूं, इसको खा लो, तुमको ठीक लगेगा। पनीर चिल्ली के खाते तक पलाश बैठा रहा, इसके बाद वह बाथरूम चला गया। इसके बाद दूसरे दिन काफी पेन के साथ ब्लीडिंग होने लगी। उसने धोखे से पनीर चिल्ली में टेबलेट डालकर अबार्शन करा दिया। इस पर हम दोनों के बीच विवाद भी हुआ। इसके बाद भी संबंध बनाने के लिए दबाव डाला, तबियत खराब है कहने पर उसने मारपीट की, जिससे मेरे कान के पर्दे फट गए।