36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ हमले तेज करते हुए गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार से पूछा कि लड़ाकू विमान का मूल्य कैसे बढ़ गया। उन्होंने बताया कि इस सौदे में प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट तक को कुछ नहीं बताया और डील फाइनल करके आ गए।
कांग्रेस नेता ने एनडीए सरकार पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार राफेल डील पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है, राफेल में भ्रष्टाचार हुआ है। बतादें कि मोदी सरकार द्वारा 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद सौदे पर विपक्ष लगातार हमलावर है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस इस मुद्दे पर भाजपा को करारी शिकस्त देने की फिराक में नजर आ रही है।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ प्रभारी
पीएल पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य एवं सांसद ताम्रध्वज साहू, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री मो. अकबर, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेतागण मौजूद थे।
जानिए क्या है राफेल डील
फांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल एक लड़ाकू विमान है। जो कि कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस दोहरे इंजन और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस राफेल विमान को भारत सरकार वायुसेना में शामिल करना चाहती है। इस विमान ने युद्ध के मैदान में अच्छे अच्छे विमानों को चीत कर दिया है।
साल 2016 में केंद्र की मोदी सरकार ने फ्रांस से 36 नए राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की डील की थी। फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया। कांग्रेस ने राफेल डील मुद्दे को लेकर संसद से लेकर सड़क तक मार्च भी किया।