ये करेंगे देखरेख
प्रत्येक देखरेख केंद्र में डॉक्टर, अधीक्षक, योग प्रशिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, नर्स, रसोईया, भृत्य-सह-चौकीदार, स्वीपर और केयर टेकर की नियुक्ति होनी है। इनमें ऐलोपैथिक, आयुर्वेदिक अथवा होम्योपैथिक डॉक्टर रखे जा सकेंगे।
देखरेख केंद्रों में मिलेंगी ये सुविधाएं
देख-रेख गृहों में रहने वाले बुजुर्गों को चाय-नाश्ता, भोजन, वस्त्र, तेल, साबुन, इलाज और दवाइयों आदि की सुविधाएं मिलेंगी। उनके लिए वहां मनोरंजन, खेल, पत्र-पत्रिकाओं के साथ टेलिविजन की भी व्यवस्था रहेगी। उनके लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक बुजुर्ग के लिए अलग बिस्तर, पलंग और मच्छरदानी की व्यवस्था की जाएगी। नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होगा। एक बगीचे की भी व्यवस्था होगी।