राजधानी में वर्तमान में ज्यादातर सब्जियां दूसरों राज्यों से आ रही है। अधिकतम सब्जियों की बंगलुरू से हैं, जिसके कारण मालभाड़ा में 10 से 15 हजार रुपए प्रति ट्रक की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में महंगाई के बाद किराना, बिल्डिंग मटेरियल्स और अनाज की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। त्योहारी सीजन में गारमेंट सेक्टर में भी महंगाई का असर आम-आदमी पर पड़ेगा। रेडीमेड कपड़ों की कीमतें में भी वृद्धि हो चुकी है।
पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों से जहां देशभर में हाहाकार मचा हुआ है, वहीं रायपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसो. के पदाधिकारियों का कहना है कि पेट्रोलियम की खपत में कमी नहीं आई है। इसलिए उन्हें नुकसान नहीं है।
दिनेश साहू, अध्यक्ष, गोलबाजार थोक सब्जी बाजार के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा इजाफे के बाद अब सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हो चुकी है। सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों में ट्रांसपोर्टिंग की कीमतें भी जुड़ी हुई है।
महीना कीमत प्रति ली.
12 मार्च 72.97 रु.
12 जून 76.87 रु.
16 अगस्त 77.67 रु.
10 सितंबर 81.19 रु.
11 सितंबर 81.33 रु.