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INDIAN RAILWAYS : बिलासपुर जोन के 8000 ड्राइवर भूखे पेट चलाएंगे ट्रेन, जानिए क्या है कारण

locationरायपुरPublished: Jul 15, 2019 01:15:12 am

Submitted by:

Anupam Rajvaidya

रेलवे बोर्ड ने जारी किया सख्त आदेश
ट्रेन रोकने पर भेजे जाएंगे जेल
रेलवे प्रशासन भी अलर्ट
डीआरएम बोले- नहीं थमेंगे पहिए

INDIAN RAILWAYS

corona effect in indian railway

रायपुर. ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (All India Loco Running Staff Association, indian railways) के देशव्यापी हड़ताल में रायपुर रेल मंडल में 1500 और बिलासपुर जोन (SECR) स्तर पर 8000 ट्रेन चालक भी शामिल होंगे। हड़ताल के समर्थन में वे सोमवार को भूखे पेट रहकर ट्रेन चलाएंगे। दूसरी तरफ रेल अफसरों ने रनिंग स्टाफ से बातचीत कर समस्या का समाधान करने का न्योता एसोसिएशन के पदाधिकारियों को दिया है।
रेलवे के ट्रेन परिचालन से जुड़े रनिंग स्टाफ एसोसएिशन की प्रस्तावित 17 जुलाई की रेल रोको आंदोलन व उसके पहले 15 और 16 जुलाई तक 24 घंटे की भूख हड़ताल (hunger strike) को देखते हुए रेलवे प्रशासन अलर्ट हो गया है। हड़ताल के मद्देनजर रेलवे बोर्ड (Railway board) स्थापना मामलों के निदेशक आलोक कुमार ने इसके लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) सहित देशभर के जोन महाप्रबंधकों को सूचना जारी की है। इसमें तल्ख लहजे में कहा गया है कि अगर कोई आंदोलन करते हुए रेल रोके तो उसको रेलवे अधिनियम की धाराओं के तहत जेल में बंद कर दिया जाए व उसकी सूचना बोर्ड तक दी जाए।

इसलिए हो रही हड़ताल
एसोसिएशन के अनुसार किमी का भत्ता रिवाइज, रनिंग कर्मचारियों की पेंशन पर सुनवाई, सेफ्टी कमेटी की सिफारिशों को लागू करने, पूर्व की पेंशन व्यवस्था को लागू करते हुए नई पेंशन प्रणाली बंद करने, क्रू बोर्ड की मांग अनुसार वर्र्किंग के घंटे तय किए जाने की प्रमुख मांग है। इन मांग को लेकर लगातार मांग हो रही है, यहां तक की रेलवे ने ये भरोसा भी दे दिया कि इन पर विचार होगा, लेकिन वित्त कमेटी तो कुछ मांग पर निर्णय ही नहीं कर रही।

आंदोलन पर होगी इन धाराओं में कार्रवाई
रेलवे बोर्ड (Railway Board) निदेशक के अनुसार रेलवे में चक्काजाम, रेल रोकने, भूख हड़ताल (hunger strike) करने पर रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 173, 174, 175 के अंतर्गत कार्रवाई होगी। यदि रेल कर्मी हड़ताल में शामिल हुए तो उन्हें नो वर्क नो पे (no work no pay) के दायरे में रखा जाएगा और 2 वर्ष की सजा भी हो सकती है। सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों के खिलाफ केंद्रीय कर्मचारियों की 17 जुलाई से होने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल में रेलकर्मी शामिल हुए तो उन्हें दो साल की सजा भी हो सकती है। यह नोटिस रेलवे की ओर से कर्मचारियों को मिलना शुरू हो गया है।

कार्यालय के सामने भूख हड़ताल
हम अपनी मांगों से रेलवे प्रशासन को अवगत करा दिए हैं। एसोसिएशन के बैनरतले सोमवार को भूखे पेट ट्रेन चलाएंगे। जिन सदस्यों की ड्यूटी ट्रेन में नहीं रहेगी, वे लोको रनिंंग स्टाफ कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर रहेंगे।
– जयशंकर शर्मा, सचिव, रायपुर लोको एसोसिएशन

लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। उनकी समस्याओं और मांगों के संबंध में आपस में बैठकर हल करने का प्रयास करेंगे। भूख हड़ताल के कारण ट्रेनों के पहिए नहीं थमेंगे।
– कौशल किशोर, डीआरएम (DRM), रायपुर रेल मंडल

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