रायपुर के स्पंज आयरन और पॉवर प्लांट संचालकों के ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। आयकर विभाग की टीम ने उनके ठिकानों से करोड़ों कैश और ज्वेलरी बरामद की।
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रायपुर. आयकर विभाग को रायपुर के स्पंज आयरन और पॉवर प्लांट संचालकों के ठिकानों से 1 करोड़ 50 लाख नगद और लाखों रुपए की ज्वेलरी बरामद किया। इसका हिसाब नहीं देने पर छानबीन के लिए जब्त किया गया है। कारोबारियों के रायपुर और बिलासपुर स्थित 12 प्रमुख दफ्तर तथा फैक्ट्री में जांच चल रही है।
उनके घर और दिल्ली तथा कोलकाता स्थित फर्म की जांच पूरी करने के बाद टीम लौट गई है। छानबीन के दौरान कारोबारियों के दफ्तर और फैक्ट्री के कम्प्यूटर में डाटा भी गायब मिला है। इसे रिकवर करने के लिए दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम को बुलवाया गया है।
डिलीट किए गए डाटा की कॉपी करने के लिए आयकर विभाग ने करीब 80 hard disk मंगवाए गए है। वहीं कारोबारियों के ठिकानों में मिले बोगस बिलिंग से संबंधित पेपरों के संबंध में पूछताछ करने कर्मचारियों और एकांउटेंट को तलब किया गया है। आयकर विभाग के आधिकारिक ने शुक्रवार तक जांच पूरी होने की संभावना जताई है।
लॉकर खुलेंगे आयकर विभाग की टीम कारोबारियों की उपस्थिति में बैंकों के लाकर की शीघ्र ही तलाशी लेगा। सभी बैंकों के मैनेजरों को इसकी सूचना भेजी गई है। साथ ही बैंक खातों पर लेनदेन बंद करने और लॉकर सील रखने के निर्देश दिए गए है। गौरतलब है कि कारोबारियों के 16 लॉकर और 50 से अधिक बैंक खाते अब तक मिल चुके है।
फैक्ट्री में दबिश आयकर विभाग को कारोबारियों के दिल्ली स्थित एक स्पंज आयरन फैक्ट्री से संबंधित दस्तावेज मिले है। इसकी तलाश करने के लिए स्थानीय आयकर विभाग की टीम को भेजा गया है। बताया जाता है कि दस्तावेजों की छानबीन के दौरान इसका सुराग मिला था। बताया जाता है कि यह फैक्ट्री पांच वर्ष पहले ही खरीदा गया है। इससे संबंधित जानकारी को विभागीय अधिकारी खंगालने में जुटे हुए है।
गौरतलब है 11 सिंतबर को आयकर विभाग की टीम ने स्पंज आयरन कारोबारियों के दिल्ली, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर और बिलासपुर के 47 ठिकानों पर छापा मारा था। इस छापेमारी का निरीक्षण करने के लिए भोपाल से आयकर विभाग के महानिदेशक एसके गुप्ता रायपुर पहुंचे थे। उनके निर्देश पर अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात कर जांच का दायरा बढ़ा दिया गया था।