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रायपुर

छत्तीसगढ़ी सिनेमा बना फ्लॉपगढ़, दर्शकों के लिए तरसी आंखें

तीन महीने में 10 फिल्में आईं सभी फ्लॉप

रायपुरApr 08, 2024 / 11:17 pm

Tabir Hussain

छत्तीसगढ़ी  सिनेमा बना फ्लॉपगढ़, दर्शकों के लिए तरसी आंखें

पुरानी बस्ती स्थित कॉलेज में शूटिंग की तस्वीर।

रीजनल फिल्मों के मामले में छत्तीसगढ़ समृद्ध तो है लेकिन बॉक्स ऑफिस में कुछ फिल्में ही कमाल कर पाती हैं। इसका उदाहरण है साल की पहली तिमाही में रिलीज हुई 10 फिल्में। इसमें तो कुछ ऐसी भी रही जिसका पहला शो ही फ्लॉप साबित हो गया। बावजूद मेकर्स के हौसले बुलंद हैं। इस साल कई बड़े प्रोडक्शन की फिल्में रिलीज को तैयार है। वहीं, भीषण गर्मी में भी कुछ फिल्मों की शूटिंग जारी है। ट्रेड की मानें तो आगे कई ऐसी फिल्में हैं जिससे इंडस्ट्री को पंख लगेंगे।

सिक्वल का ट्रेंड

बॉलीवुड की तर्ज पर छत्तीसगढ़ी सिनेमा में भी सिक्वल का ट्रेंड चल पड़ा है। हालांकि पहली और दूसरी फिल्मों की कहानी में कोई कनेक्शन नहीं रहता। मया-3 पहली ऐसी फिल्म थी जो मया की फ्रेंचाइजी मूवी थी। इसके बाद प्रणव झा की बीए फाइनल ईयर, सतीश जैन की मोर छईयां भुईयां-2 और भारती वर्मा की डार्लिंग प्यार झुकता नहीं-2 फ्रेंचाइजी के तौर पर आ रही है।

एक्सपेरिमेंट भी नहीं हो रहे सफल

फिल्मकार अलक राय, क्रांति दीक्षित, गंगासागर पंडा, पूरन किरी, डॉ. शांतानु पाटनवार, बलराम साहू, विजय गुमगांवकर, कौशल उपाध्याय, होमन देशमुख, दीपक कुमार ने बताया, छत्तीसगढ़ी फिल्मों केे सिनेरियो को देखा जाए तो लव स्टोरी ही सफल रही है। कुछ एक्सपेरिमेंट किए गए लेकिन दर्शकों ने नकार दिया। उम्मीद है कि अब दर्शक हॉरर, थ्रिलर और कॉमेडी जॉनर वाली फिल्में भी पसंद करेंगे।
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