रोजाना मिल रहे 500 रुपए
दरअसल, चुनाव के दौरान राजनीतिक दल इन बाइयों को 500 से 600 रुपए प्रतिदिन दे रहे हैं। इन पैसों के बदले इन महिलाओं को घर-घर जाकर उम्मीदवारों का प्रचार करना होता है। ऐसे में अगर महिलाएं 20 से 30 का समूह बनाकर सुबह ही घर से निकल जाती हैं और शाम को वापस लौटती हैं।
मिलता है खाना और कपड़े भी
एक एजेंट के अनुसार पैसों के अलावा इन महिलाओं को कपड़े और खाने को भी दिया जाता है। एक कामवाली बाई के अनुसार उन्हें प्रचार करने का रोजना नकद पैसा दिया जाता है, ऐसे वो काम के बजाय चुनाव प्रचार को अधिक पसंद करती हैं। बाई का कहना है कि घरों में पूरा दिन काम करके कुछ रुपए मिलते हैं, जबकि प्रचार में सुबह शाम का समय देकर ही अच्छे पैसे हाथ आ जाते हैं।
15 दिन से कर रहे प्रचार
एक अन्य कामवाली बाई बिसाहिन ने बताया कि वह चार घर में काम करती थीं, जिससे उसे एक घर से 1600 रुपए मिलते थे। इस तरह उसे घरों में काम करने के बदले उसको रोजाना 200 से 250 रुपए मिलते हैं। उसने यह कह कर छुट्टी ले ली है कि अब वह चुनाव के बाद ही काम में आएगी। जबकि इससे कम समय प्रचार में देने पर दोगुने पैसे मिल जाते हैं। इसलिए अभी उसने घरों में जाकर काम करना बंद कर दिया है।