रायपुर पहुंचने के बाद शाह सबसे पहले शदाणी दरबार पहुंचे। उन्होंने वहां संत युधिष्ठिर लाल से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। सम्मेलन के बाद शाह भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे और वहां नवनिर्मित सर्वसुविधा हॉल का लोकार्पण किया। साथ ही 800 पदाधिकारियों के साथ बैठक कर पूरी मेहनत के साथ चुनाव में जीतने का संकल्प दिलवाया।
मंत्र देकर मांगा 50 साल का दबदबा
शाह ने शक्ति केंद्रों के सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को लोकसंपर्क का महत्व बताया। कहा, इसी मंत्र के साथ कार्यकर्ताओं को मैदान में जाना होगा और विजयी होकर आना होगा। लोगों से संपर्क करना और पार्टी की विचारधारा से जोडऩा। भाजपा सरकारों के कामों से जोडऩा व जनमत का निर्माण करना, जनमत से जनादेश का निर्माण करना, जनादेश से सरकार बनाना और सरकार जनसेवा के लिए चलाना।
भाजपा सरकारें नेताओं की सुख और भोग के लिए नहीं, भूखे आदिवासी के पेट में दो वक्त का चावल पहुंच जाए इसलिए चलाते हैं। शाह ने पार्टी के जनसंघ के समय का इतिहास याद दिलाते हुए कहा, हमारा दायित्व है कि विजय की ऐसी श्रृंखला का निर्माण करें कि आने वाले 50 साल तक पंचायत से संसद तक भाजपा का दबदबा बना रहे।
शाह ने मंत्री पाण्डेय से कहा, विस्तारक बनवा ले आना-जाना लगा रहता है
प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में शाह चुनाव जीतने के लिए जरूरी टिप्स के साथ-साथ कुछ नसीहतें भी दी। उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय की विधानसभा में विस्तार की नियुक्ति नहीं होने पर शाह ने कहा कि विस्तारक बनवा ले आना-जाना लगा रहता है।
दरअसल, पार्टी में विस्तारक की भूमिका काफी अहम है। विस्तार की निचले स्तर की रिपोर्ट प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंचाते हैं। शाह की इस नसीहत के कई मायने निकाले जा रहे हैं। बैठक में शाह ने यह भी कहा, कि 2019 का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। यदि यह चुनाव जीत जाते हैं, तो 50 साल तक कोई नहीं हटा सकता। यदि चुनाव हारते हैं, तो घर बैठने की नौबत आ जाएगी।