बताया जा रहा है कि बहन से खाना बनाने की बात पर विवाद होने के बाद कॉलेज छात्रा ने नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली। 3 घंटे की मशक्कत के बाद गोताखारों ने शव को पानी से बाहर निकाला। मर्ग कायम कर पुलिस जांच कर रही है। यह मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की है।
सरकण्डा थाना प्रभारी संतोष जैन के अनुसार अंबिकापुर निवासी गंगोत्री पिता एसके मरकाम (19 ) सरकण्डा आरके नगर स्थित महावीर सिटी में देवेन्द्र साहू के मकान में किराये से रहती थी। वह डीपी विप्र कॉलेज में बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा थी। गंगोत्री के साथ उसकी बड़ी बहन सरोज मरकाम और भाई हिरेन्द्र के साथ रहते थे। सरोज पीएससी कोचिंग कर रही हैं। हिरेन्द्र दो दिन पूर्व अंबिकापुर गया था। गुरुवार सुबह गंगोत्री का बहन सरोज से खाना बनाने की बात पर विवाद हुआ।
गंगोत्री सुबह पौने 10 बजे एक्टिवा सीजी 10 एजे 8058 में घर से निकली और दयालबंद पुल पहुंचकर नदी में कूद गई। कूदते समय उसे एक बाइक चालक और आटो चालक ने देखा। दोनों ने उसे बचाने के लिए नदी में कूद गए। करीब आधे घंटे की तलाश के बाद गंगोत्री नहीं मिली तो दोनों वापस आ गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि मृतक अपने पिता की तरह आईएएस बनने का सपना देख रही थी। गंगोत्री की तलाश करने पुलिस ने नगर सेना स्थित एसडीआरएफ की टीम को बुलवाया।
गोताखारों की टीम ने करीब 3 घंटे की तलाश के बाद पुल से 20 मीटर दूर गहरे पानी से गंगोत्री का शव निकाला। मर्ग कायम कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बुधवार रात मोबाइल पर की थी पिता से बात
मृतका गंगोत्री के पिता एसके मरकाम अंबिकापुर जनपद सीईओ हैं। बुधवार रात करीब 11 बजे उसने पिता से मोबाइल पर बात की थी। वह पीएससी की कोचिंग नहीं करने की बात कहते हुए कम्प्यूटर क्लास ज्वाइन करने की इच्छा जाहिर की थी। एसके मरकाम ने उसे गुरुवार को बात कर कम्प्यूटर क्लास ज्वाइन कराने की बात कही थी।