scriptहादसा: युवक को कुचलने के बाद ड्राइवर ने कर दी दूसरी बड़ी गलती, गुस्साए लोगों ने पीटा फिर.. | Bike rider crushed by truck in gogoan | Patrika News

हादसा: युवक को कुचलने के बाद ड्राइवर ने कर दी दूसरी बड़ी गलती, गुस्साए लोगों ने पीटा फिर..

locationरायपुरPublished: Sep 13, 2018 09:45:10 pm

हादसा: युवक को कुचलने के बाद ड्राइवर ने कर दी ये बड़ी गलती, गुस्साए लोगों ने जमकर पीटा फिर..

Chhattisgarh news

हादसा: युवक को कुचलने के बाद ड्राइवर ने कर दी दूसरी बड़ी गलती, गुस्साए लोगों ने पीटा फिर..

रायपुर. राजधानी के गुढ़ियारी थाना क्षेत्र के गोगांव इलाके में एक ट्रक ने युवक को रौंद दिया। इससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे से गुस्साए स्थानीय लोगों ने भाग रहे ट्रक चालक को पकड़ लिया और जमकर पीटा। मौके पर पहुंची डायल-112 के नुमाइंदों ने चालक को हमलावर भीड़ से बचाया और हिरासत में ले लिया।
आरोपी ट्रक चालक पर 304 ए मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक गोगांव निवासी रोहित तिवारी (20 वर्ष) सिलतरा के एक प्लांट में नौकरी करता था। वह गुरुवार को सुबह 8 बजे नाइट शिफ्ट करके अपनी बाइक से वापस लौट रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रक सीजी 08-एल/4864 ने गोगांव शासकीय स्कूल के पास रोहित को पीछे से टक्कर मारी, जिससे वह ट्रक के पहिए के नीचे आ गिरा। रोहित का सिर ट्रक के पहिया के नीचे आ गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक की मां का पहले ही देहांत हो चुका है। मृतक अपने पिता का ध्यान रखता था। अब उसकी मौत के बाद पिता बेसहारा हो गए हैं।
Chhattisgarh news

पोस्टमार्टम में भी मनमानी का आरोप
मृतक का शव सुबह तकरीबन 9 बजे अंबेडकर अस्पताल की मरच्युरी में पुलिस ने भेज दिया था। लेकिन 4 बजे शाम को पोस्टमार्टम करके शव वापस किया गया। परिजनों का आरोप है कि मरच्युरी के कर्मचारियों द्वारा 500 रुपए मांगे जा रहे थे, लेकिन नहीं देने पर बाद में पहुंचे शवों का पहले पोस्टमार्टम किया गया।

लोगों ने पथराव करके रुकवाया भागते ट्रक को
रोहित को कुचल कर आरोपी चालक तेज गति से ट्रक लेकर भागने लगा। वह तकरीबन 500 मीटर भाग पाया था कि स्थानीय लोगों ने उसे रोक लिया। ट्रक के रुकते ही लोगों ने ट्रक पर पथराव शुरू कर दिया। चालक को उतार कर जमकर पिटाई कर दी गई। अभी चालक अंबेडकर अस्पताल में भर्ती है।

यातायात पुलिस ने लगाई नो-एंट्री
घटना के बाद स्थानीय लोगों के साथ पार्षद मोहित घृतलहरे गोगांव सड़क पर बैठ गए और तकरीबन तीन घंटा तक जाम लगाए रखा। मौके पर सीएसपी उरला अरुण जोशी और थाना प्रभारी गुढि़यारी किशांतो बनर्जी ने पहुंचकर मामले को शांत कराया और यातायात पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर सड़क पर नो-एंट्री लागू करवाया।

आउटर खतरनाक

शहर से बाहर आउटर इलाकों में दुर्घटनाओं का ग्राफ पिछले दो वर्षों में बढ़ा है। 2017 में रायपुर में 2000 से अधिक दुर्घनाएं हुई। इसमें दोपहिया सवार 25 फीसदी लोगों की मौत और करीब 1300 गंभीर रूप से घायल हो गए। गौरतलब है कि राजधानी में करीब ४0 डेंजर जोन है। उन्हें विभागीय अधिकारी सुधारने में जुटे हुए हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो