कहीं और न खिसक जाए पायदान : पिछली बार तो निगम प्रशासन ने स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी छह सात माह पहले ही शुरू कर दी थी। मैदान स्तर भी कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई थी। लेकिन इस बार चुनावी ड्यूटी लगने के कारण निगम के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक स्वच्छता सर्वेक्षण में ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। वैसे भी स्वच्छता सर्वेक्षण जनवरी 2019में होगा। इसी बीच जो तैयारी युद्धस्तर पर शुरू होनी चाहिए, वह चुनावी समर की भेंट चढ़ गई है।
अक्टूबर-नवंबर और दिसंबर के प्रथम सप्ताह तक चुनावी ड्यूटी में अधिकारी-कर्मचारी व्यस्त रहेंगे। निगम के एक अधिकारी का दबी जुबान से कहना है कि कहीं पिछली बार की तरह इस बार और रैंङ्क्षकग पीछे न खिसक जाए, क्योंकि जब से रामकी को डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का ठेका मिला है, तब से और बदहाल होती जा रही है। शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नहीं हो रहा है। कचरे का निष्पादन शुरू नहीं हुआ है। ढेरों कारण है, जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण 2019में फिर भी फिसड्डी साबित हो सकते हैं।
नगर निगम रायपुर ,स्वच्छता मॉनिटर, हरेंद्र साहू ने बताया शहर की सफाई व्यवस्था को थ्री स्टार रेटिंग मिलने के लिए आवेदन किया गया है। इसके पहले दावा आपत्ति भी मंगाई थी। लेकिन किसी ने भी आपत्ति नहीं की है। स्वच्छता सर्वेक्षण २०१९ के लिए तैयारी जोरों पर चल रही है।