घटना का खुलासा करते हुए एएसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि फ्लैट एमआईजी बी 2/32 में रेखा सरना अपने बेटे राहुल सरना के साथ रहती थी। वे 27 फरवरी को पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखनऊ गई थी। इसी दौरान हत्या हुई। राहुल ने मां के लखनऊ जाने के बाद अपनी कार 80 हजार रुपए में बेच दी थी।
कार बेचने के बाद वो आरोपियों को शराब और चिकन लाने के लिए पैसे दिया करता था। आरोपी 3 मार्च से लगातार राहुल के घर में बैठकर दावत करते थे और देर रात अपने घर जाते थे। 13 मार्च को भी राहुल के साथ तीनों ने शराब और चिकन पार्टी की। इसी दौरान नशे में राहुल ने अलमारी में रखे पैसे गिनने के लिए आरोपियों को दे दिए। पैसे देखकर आरोपियों की नीयत बिगड़ गई और पैसे लेकर फरार होने की कोशिश करने लगे। राहुल ने विरोध किया तो आरोपियों ने तवे से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी।
मैट्स से कुछ माह पहले ही छोड़ी थी नौकरी
जानकारी के अनुसार मृतक मैट्स यूनिवर्सिटी में कर्मचारी था। वह स्टोर कीपर का काम करता था। कुछ माह पहले ही उसने नौकरी छोड़ दी थी। उसका अब मैट्स यूनिवर्सिटी से कोई संबंध नहीं है।
ऐसे मिला सुराग
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों और मुखबिरों से मिले सुराग के आधार पर मृतक के पड़ोस में रहने वाले नाबालिग को पूछताछ के लिए उठाया। पूछताछ में नाबालिग ने अपने दो अन्य साथियों के साथ वारदात करने की बात स्वीकार ली।