शहर में डेगू से बचाव के लिए विशेष दल बनाकर निगम अमले ने घर घर दस्तक देना शुरू कर दिया है। इसके तहत शनिवार को निगम की टीम वार्ड क्रमांक 21 में निगम आयुक्त के नेतृत्व में टीम एक-एक घरों में पहुंची। वहीं लोगों को डेंगू के बचाव के लिए सावधानी बरतने की बात कही।
सतर्कता बरतने दी जानकारी
एमआईसी के स्वास्थ्य प्रभारी रामकृष्ण ने बताया चिकित्सकीय जानकारी अनुसार मौसम बदलाव के समय ठहरे व साफ पानी में उत्पन्न लारवा डेंगू होता है। नगर निगम वार्ड वार अपने स्तर से व पार्षदों के सहयोग से सफाई व कीटनासक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है। निगम इस संक्रमण के बचाव के लिए मौसम बदलाव से पूर्व से ही प्रयासरत है। इस के लिए लोगों की सहयोग की आवश्यकता है, घर के बाहर नालियों का सफाई तो निगम व पार्षद के माध्यम से हो भी जाता है, लेकिन घर के अंदर की नालियों की सफाई का ध्यान घर वालो देना होगा। घर की नालियों की सफाई के लिए आवश्यकता पडऩे पर निगम से व पार्षद से सहयोग लिया जा सकता है।
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कैसे और कब होता है डेंगू
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके तत्काल बाद के महीनों यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं।
डेंगू से बचाव के लिए आम जनता क्या करे
-अपने घर के कूलरों के पानी को खाली कर सूखा रखे।
-घर के छत में या घर के किसी भी स्थान पर बतज़्न टीपा हंडी टायर जैसे अनावश्यक पड़े चीजो में पानी का ठहराव न हो उसे साफ करके पलट कर रख देवे ।
-घरों में पुराना अनुउपयोगी टंकी हो या कोई गड्ढे में पानी का ठहराव न होने दे।
-पक्षियों, जानवरों, के बर्तन व गमले में पानी जमा न होने दे।