कुल मिलाकर देखा जाए तो पिछले तीन साल से नियम कानून को ताक पर रखकर लिटील एंगल स्कूल में नवमीं व दसवीं की कक्षाएं लग रही है जिसमें 30 छात्र पढ़ रहे हैं और नियमों के विपरीत चल रहे इस कक्षा को लेकर सारंगढ़ के अशोका पब्लिक स्कूल खुलकर सहयोग कर रहा है। यही कारण है कि पुसौर के छात्र पढ़ाई इस स्कूल में करते हैं और प्रवेश व परीक्षा अशोका पब्लिक स्कूल में दिखाकर नियमित का सर्टिफिकेट हासिल कर रहे हैं। जबकि नियमों पर गौर किया जाए तो कोई भी स्कूल बिना शिक्षा विभाग के अनुमति के अपनी दूसरी शाखा नहीं खोल सकता है। इसके बाद भी यहां पर ऐसा किया जा रहा है।
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आश्चर्य की बात है कि तीन साल से उक्त स्कूल प्रबंधन द्वारा बिना मान्यता के नवमीं व दसवीं की कक्षाएं सीबीएसई बोर्ड की संचालित कर रहा है और बीईओ को इसकी कानो-कान भनक तक नहीं है। क्षेत्र में प्रायवेट स्कूलों के कार्यप्रणाली को लेकर मॉनिटरिंग पर सवाल उठ रहा है।
-लिटील एंगल स्कूल तड़ोला को 8 वीं कक्षा तक की मान्यता है और नवमीं व दसवीं की कक्षा चलाने की खबर मिलने के बाद उसको नोटिस जारी किया गया है। सप्ताह भर का समय जवाब के लिए दिया गया है- आरपी आदित्य, डीईओ रायगढ़