नगर निगम में मंगलवार को एमआईसी की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में प्रमुख मुद्दा बजट को लेकर था। ऐसे में यह प्रस्ताव एमआईसी के एजेंडे में पहले क्रमांक पर था। एमआईसी में वर्ष 2019-20 के प्रस्ताव को रखा गया। इसमें करीब 3.50 अरब रुपए के आय-व्यय का लेखा जोखा था। इसमें कुछ सुधार के बाद प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए सामान्य सभा में भेजे जाने की अनुशंसा की। विभागीय सूत्रों की मानें तो नगर निगम के एमआईसी में जो बजट का प्रस्ताव लाया गया था उसमें अधिकांश प्रस्ताव पिछले साल के ही हैं। इस बार भी बजट में नया कुछ नहीं किया गया है। बल्कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष राशि घटने की बात कही जा रही है।
हालांकि इसके पीछे कारण भी बताया जा रहा है कि निगम को बाजार ठेका से काफी आय होता था जिसे पिछले साल नगरी निकाय प्रशासन ने बंद कर दिया ऐसे में नगर निगम ने इस राशि को हटाते हुए बजट का प्रस्ताव तैयार किया है। इसकी वजह से बजट की राशि घटने की बात कही जा रही है। बजट के अलावा एमआईसी में अन्य प्रस्ताव भी शामिल किए गए थे। इसमें प्रमुख रूप से वार्ड क्रमांक 33 में नवनिर्मित सामुदायिक भवन का नामकरण संत बाबा गुरु घासीदास समुदायिक भवन के नाम से किए जाने का प्रस्ताव लाया गया था। एमआईसी ने नामकरण के इस प्रस्ताव को स्वीकृत करते हुए सामान्य सभा में भेजे जाने की अनुशंसा की है।
बीएमएस का 17 वां अधिवेशन : ग्लोबलाइजेशन पर उठा सवाल, पूछा प्राफिट पूंजीपतियों का और लॉस सार्वजनिक क्यों, पढि़ए पूरी खबर… उल्लेखनीय है कि नाम का का प्रस्ताव सामान्य सभा में ही स्वीकृत किए जाते हैं। इसके अलावा किरोड़ीमल शासकीय कला विज्ञान महाविद्यालय परिसर में कंक्रीटीकरण के लिए 25 लाख 63 हजार रुपए का प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव को भी एमआईसी ने स्वीकृति प्रदान करते हुए शासन को भेजे जाने का निर्णय लिया।
यह प्रस्ताव शासन को भेजा शासन से राशि मिलने के बाद निर्माण की दिशा में प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इसके अलावा एमआईसी ने बसों के पार्किंग ठेका शुल्क को भी घर आया है। बस स्टैंड में बसों को खड़ा करने के लिए पार्किंग शुल्क के रूप में छोटे बसों से 50 और बड़े बसों से 100 रुपए लिया जाता था। इस राशि को घटाकर अब छोटे बस से 30 और बड़े बसों से 60 रुपए लिए जाने का निर्णय लिया है। एमआईसी बैठक के दौरान महापौर मधु बाई, नगर निगम आयुक्त विनोद पांडे एमआईसी सदस्य रामकृष्ण खतर, जितेशु राठौर, लता साहू, सुषमा डालमिया, लक्ष्मी मीरी, नवधा मिरी, सुमित्रा सारथी नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
दो तालाबों में मछली पालन का ठेका रद्द
एमआईसी में दो तालाबों पर मछली पालन के लिए किए गए ठेके को भी रद्द कर दिया है। इसमें शहर के गणेश तालाब हुआ जय सिंह तलाब शामिल हैं। पिछले दिनों नगर निगम ने ही प्रस्ताव तैयार करते हुए आधा दर्जन तालाबों में मछली पालन करने की स्वीकृति दी थी और इसका ठेका भी कर दिया था।
ठेका होने के बाद जयसिंह तालाब और गणेश तालाब मैं मछली पालन के लिए किए गए थे के का विरोध किया जाने लगा। मौजूदा समय में गणेश तालाब में रंगीन मछलियां है जहां लोग प्रतिदिन सुबह-शाम जाते हुए मछलियों को चारा खिलाते हैं इन मछलियों को मारे जाने का लोगों ने सीधे-सीधे विरोध किया और निगम के किए गए ठेका पर सवाल उठाया। इस विरोध को देखते हुए एमआईसी ने उक्त दोनों तालाबों से ठेका को रद्द किया।
पुष्प वाटिका में होगा कैंटीन
एमआईसी नहीं शहर के पुष्प वाटिका में कैंटीन संचालित करने की अनुमति भी दी है। इसका प्रस्ताव भी एम आई सी के एजेंडे में शामिल किया गया था। पुष्प वाटिका में कैंसिल संचालन करने के लिए 3 वर्ष का ठेका दिया जाएगा। यह ठेका टेंडर पद्धति से होगा जिसका आप सेट प्राइस ढाई लाख रुपया निर्धारित किया गया है। ऐसे में जो भी पुष्प वाटिका में कैंटीन संचालित करने के इच्छुक हैं वह ठेका पद्धति में शामिल हो सकते है।
-एमआईसी की बैठक बुलाई गई थी इसमें बजट सहित अन्य विषयों पर चर्चा हुई। बजट की अनुशंसा करते हुए सामान्य सभा में भेजा गया है। इसके अलावा भी अन्य प्रस्तावों पर चर्चा हुई – मधुबाई, महापौर