इस संबंध में घरघोड़ा टीआई धनीराम राठौर ने बताया कि वे सक्ती जांजगीर-चांपा जिले के रहने वाले हैं। उनकी उम्र ५९ साल हो गई है। उन्होंने बिलासपुर में १७ साल तो कोरबा में २१ साल पूरी ईमानदार के साथ अपनी सेवा दी है। वहीं जनवरी २०१७ में एएसआई से प्रमोट होकर सब इंस्पेक्टर बनकर वे रायगढ़ आए थे। इसके बाद करीब दो साल पुसौर थाने में सेवा दी फिर उन्हें करीब दो माह पहले घरघोड़ा थाने का प्रभार दिया गया। उनका कहना है कि उनको पुलिस की नौकरी करते ४० साल हो गए हैं। अब उम्र को देखते हुए वे आगे काम करने में खुद को अक्षम बता रहे हैं। हालांकि इस मामले में अभी तक पुलिस विभाग से कोई जवाब नहीं आया है।
कहीं यह कारण तो नहीं
घरघोड़ा थाना का प्रभार मिलने के बाद धनीराम राठौर द्वारा लगातार कोयला तस्करों पर कार्रवाई की जा रही थी। करीब दो माह में काले हीरे का स्मगलिंग करने वालों के बीच हड़कंप मच गई थी। इस बीच उनके तबादले का आदेश आ गया। उन्हें घरघोड़ा से धरमजयगढ़ भेजने की बात कही गई। इसी से टीआई के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा और उन्होंने इस्तीफा दिया।
तीन साल बचे हैं रिटायर्ड को
मिली जानकारी के अनुसार धनीराम राठौर की उम्र ५९ वर्ष है। पुलिस विभाग में ६२ साल में रिटायर्ड कर दिया जाता है। ऐसे में धनीराम को रिटायर्ड होने में मात्र तीन साल बचे थे। इसके पहले ही उनका इस्तीफा देना विभागीय अनबन को जाहिर करता है।
-मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। अब मेरी उम्र हो गई है। मैं काम करने में अक्षम हूं। इसलिए मैनें शनिवार को पत्र के माध्यम से एसपी को इस्तीफा दे दिया है।
-धनीराम राठौर, घरघोड़ा टीआई