scriptअब संवेदनशील इलाकों में निगम तीन बार चलाएगा फागिंग मशीन | Fogging machine will run three times in sensitive areas | Patrika News

अब संवेदनशील इलाकों में निगम तीन बार चलाएगा फागिंग मशीन

locationरायगढ़Published: Nov 28, 2018 06:46:44 pm

Submitted by:

Shiv Singh

डेंगू को लेकर निगम में एक बैठक भी आयोजित

डेंगू को लेकर निगम में एक बैठक भी आयोजित

डेंगू को लेकर निगम में एक बैठक भी आयोजित

रायगढ़. डेंगू को लेकर निगम अलर्ट हो गया है। निगम ने डेंगू को लेकर संवेदनशील एरिया में तीन बार फागिंग मशीन चलाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा नियमित रूप से दवा का छिड़काव भी करवाए जाने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि मौजूदा समय में बापू नगर संवेदनशील क्षेत्र है, लेकिन इसके आसपास भी नियमित रूप से फागिंग मशीन दवा छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है। डेंगू को लेकर निगम में एक बैठक भी आयोजित की गई थी।
Read more : छोटी बहन के साथ तालाब से घर लौट रही युवती का रास्ता रोक कर युवक ने की छेडख़ानी, कुछ पल में ही ये हुआ…


पिछले साल बारिश के कुछ समय बाद डेंगू ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पांव पसरा था। यह बीमार लगातार बढ़ती ही जा रही थी। हालांकि बड़ी मुश्किल से इस बीमारी को काबू किया गया। इस साल भी बारिश का समय शुरू हो गया है। इस साल इसकी शुरुआत शिवानगर से हुई। वहीं इसके बाद पुलिस लाइन और इसके बाद बापू नगर में बीमारी फैली।
वहीं सफाई में लापरवाही करने पर फिर से लोग बीमारी की चपेट में जा सकते हैं। इस बात को लेकर अभी भी एहतियात शुरू हो गया है। ऐसे में निगम के द्वारा नियमित रूप से सफाई कराए जाने की बात तो कही जा रही है। वहीं जो डेंगू बीमारी की लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र हैं उन क्षेत्रों में सफाई के लिए खासा फोकस किया जा रहा है।

निगम के अधिकारियों ने यह स्पष्ट आदेश दिया है कि जो संवेदनशील क्षेत्र हैं, उन क्षेत्रों में नियमित रूप से सफाई, दवा का छिड़काव करवाया जाए। वहीं इसके अलावा जिन क्षेत्रों से डेंगू के मरीज आ रहे हैं ऐसे क्षेत्रों में तीन बार फागिंग मशीन चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह फागिंग मशीन सुबह 5 से 7 बजे शाम 4 से 5 बजे और रात 6 से 8 बजे की अवधि में चलाया जाएगा।


पिछले वर्ष 11 वार्ड थे संवेदनशील
पिछले साल भी इस बीमारी को देखकर वार्ड 11 से 21 तक 11 को संवेदनशील घोषित किया गया था। वहीं इन इलाकों पर विशेष सफाई अभियान चलाते हुए नियमित रूप से दवा का छिड़काव करवाया जा रहा था। इसके बाद इस बीमारी को काबू किया जा सका।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो