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हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुआवजा के नाम पर वनकर्मी हो रहे मालामाल, किसानों की शिकायत पर डीएफओ ने ये कहा…

locationरायगढ़Published: Feb 19, 2019 06:20:51 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

– बंजर जमीन में नुकसान बताकर बना दिया मुआवजा प्रकरण – डीएफओ से की गई शिकायत, पात्र प्रभावितों को दो सालों से नहीं मिला मुआवजा

हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुआवजा के नाम पर वनकर्मी हो रहे मालामाल, किसानों की शिकायत पर डीएफओ ने ये कहा...

हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुआवजा के नाम पर वनकर्मी हो रहे मालामाल, किसानों की शिकायत पर डीएफओ ने ये कहा…

रायगढ़. वन मंडल रायगढ़ में आए दिन नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं, लेकिन इस पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है। अधिकारी और कर्मचारी आपस में मिली भगत कर अपनी-अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। वन परिक्षेत्र रायगढ़ अंतर्गत हाथी प्रभावित क्षेत्र में वन कर्मियों द्वारा मनमाने तरीके से मुआवजा राशि का प्रकरण बनाकर शासकीय राशि का बंदरबांट करने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ जब भैंसगढ़ी क्षेत्र के कई किसान अपनी मुआवजा राशि न मिलने की शिकायत लेकर मंगलवार को डीएफओ के पास पहुंचे।
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वन परिक्षेत्र रायगढ़ के जुनवानी व बंगुरसिया सर्किल हाथी प्रभावित क्षेत्र हैं। यहां हर साल हाथियों की आमद होती है और उनके द्वारा किसानों का काफी नुकसान भी होता है। इसका फायदा भले ही सही किसानों को न मिले, लेकिन विभाग के कुछ कर्मचारी इसका खुलकर फायदा ले रहे हैं। उनके द्वारा हाथी द्वारा किए गए किसान के नुकसान का फर्जी मुआवजा बनाकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह सच्चाई खुद भैंसगढ़ी के ग्रामीणों ने डीएफओ मनोज पांडे को ज्ञापन सौंपने के दौरान बताई।

उन्होंने बताया कि भैंसगढ़ी गांव में हाथियों के द्वारा किए गए फसल नुकसान को लेकर 12 कृषकों द्वारा विधिवत आवेदन दिया था, जिस पर तीन कृषकों को मुआवजा राशि प्रदान की गई है। शेष किसानों को अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि वन कर्मियों ने फर्जी मुआवजा प्रकरण बनाकर ग्राम बरबहली के कृषक नवीन यादव, मुकेश पटेल तेरह-तेरह हजार रुपए की मुआवजा राशि दी है। कृषकों ने डीएफओ को बताया कि मुकेश और नवीन नाम के किसान उस गांव में रहते ही नहीं हैं और न ही कोई कृषि कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी गांव में बंजर जमीन है और वह सभी बाहर रहते है, लेकिन उनका एक भी नुकसान न होने के बाद भी उनके नाम पर प्रकरण बनाकर मुआवजा की राशि को वन कर्मियों द्वारा खा लिया गया है। ग्रामीणों ने डीएफओ से हाथी के नुकसान की मुआवजा राशि दिलाने की मांग की है।

अब तक कई गड़बडिय़ा आ चुकी हैं सामने
रायगढ़ वन परिक्षेत्र में कई बड़ी.बड़ी गड़बडिय़ां सामने आ चुकी हैं। इससे पहले बंगुरसिया में कूप जलने के बाद उसकी भरपाई जंगल से लकड़ी काट कर की गई। इसकी शिकायत भी पिछले दिनों इंदिरा विहार में बैठक के दौरान किसानों ने डीएफओ को की थी। इसके अलावा बंगुरसिया में पिछले साल मार्च में बन जाने वाले स्टापडेम निर्माण में फर्जी वाउचर का मामलाए लाठी हेलमेट की खरीदी का मामलाए सारंगढ़ में प्लांटेशन के नाम पर गड़बड़ी का मामलाए फर्जी एनजीओ के सदस्यों के साथ मिलकर व्यापारियों से लेनदेन का आरोप जैसे कई भ्रष्टाचार के मामले उजागार हो चुके हैंए लेकिन किसी भी मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

– भैंसगढ़ी के ग्रामीण शिकायत लेकर आए थे। फर्जी मुआवजा राशि बनाने के मामले पर संज्ञान लिया गया है। उसे तत्काल रोकने का आदेश दिया गया है। मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी- मनोज पांडे, डीएफओ वन मंडल रायगढ़
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