पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी दिलीप सारथी पिता स्व. प्रकाश सारथी (30) जूटमिल में अपने परिवार के साथ रहता है, वहीं ड्रायवरी का काम करता है। दिलीप अपने घर का निर्माण करा रहा है, ऐसे में उसके आंगन में छड़ रखा हुआ था। 26 दिसंबर की रात कोई अज्ञात चोर इसके आंगन में रखे छड करीब 02 क्विंटल को पार कर दिया। इसकी जानकारी दिलीप को दूसरे दिन सुबह हुई। ऐसे में दिलीप अपने घर के आंगन से गायब छड़ के बारे में मोहल्ले में पतासाजी कर रहा था।
Read more : दो लोगों ने मिलकर चाचा-भतीजा को पीटा… ये थी विवाद की वजह 29 दिसंबर को दिलीप को उसके भाई राजा ने बताया कि सहस कुमार सतनामी के घर में छड़ रखा हुआ है। इसके बाद दिलीप सहस कुमार के घर जाकर उसके आंगन में रखे छड़ को देखा, लेकिन वह छड़ दिलीप का नहीं था। ऐसे में वह यह मेरा छड़ नहीं है कह कर वहां से अपने घर लौट गया। लेकिन यह बात सहस को नागवार गुजरी। इसी रंजिश को लेकर 30 दिसंबर की शाम करीब 06 बजे सहस कुमार, भूरू सतनामी, बाबी सतनामी, शिव सतनामी, रोशन सतनामी, राज कुमार सतनामी सभी हाथ में लाठी-डण्डा लेकर दिलीप के घर के सामने आकर गाली-गलौज करने लगे। इस बीच सहस चिल्ला-चिल्ला कर कह रहा था
कि मेरे घर में छड़ देखने वाले तुम कौन होते हो, मेरे को चोर समझते हो कह कर गाली देने लगे। जिसे सुनकर दिलीप तथा उसकी बहन प्रेम लता सारथी व सूरज सारथी घर से बाहर निकले। इसके बाद आरोपियों ने एक राय होकर जान से मारने की धमकी देते हुए दिलीप, उसकी बहन लता व सूरज के साथ डंडे से मारपीट करने लगे। जिसे देखकर आसपास के लोग आए और बीच-बचाव किए। मारपीट की इस घटना में तीनों को काफी चोट आई है। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए मामले को विवेचना में लिया है।