कार्यक्रम के आरम्भ में दीपक झा ने अपने उद्बोधन में बच्चों को सम्बोधित करते हुए, जीवन में उच्च पद को प्राप्त करने के लिए मार्ग दर्शन दिया। साथ ही महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान आकर्शित करते हुए कहा कि अब महिलाओं को अत्याचार सहन करने एवं गोपनीय रखने का समय चला गया है। अब उन्हें स्वतंत्र एवं निर्भीक होकर इसका विरोध करना आवश्यक है। कार्यक्रम में मौजूद बच्चों एसपी से कुछ सवाल भी किया जिसका जवाब भी एसपी ने दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गरिमा द्विवेदी ने अपने सम्बोधन में वर्तमान समय में छोटे बच्चों के साथ हो रहे शारीरिक शोषण एवं अत्याचार की सुरक्षा पर प्रकाश डाला। साइबर क्राइम से बढ़ते अपराध के प्रति सुरक्षा पर मार्गदर्शन दिया। समाज में अच्छे-बुरे स्पर्श को पहचानने की सीख भी दी गई। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि किसी भी प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक शोषण पर कड़ी कार्रवाई करने के लए महिला पुलिस सदैव तत्पर है। पोक्सो एक्ट के अंतर्गत पुलिस विभाग द्वारा दण्डनीय कार्रवाई के लिए सदैव ध्यान केन्द्रित रखने की जानकारी दी गई।
इसी कड़ी में सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नम्बर भी दिया गया। साथ ही विषयान्र्तगत संक्षिप्त फिल्म का अवलोकन भी किया गया। इसके बाद सरस्वती महापात्रा के द्वारा छात्राओं को आत्मरक्षा करने के लिए प्रदर्शन द्वारा सीख दी। उन्होंने महिलाओं को स्वयं की सुरक्षा के प्रति जागरुक बनने की प्रेरणा दी।