scriptगर्भवती व किशोरियों के लिए मिसाल बनीं गीता | story of geeta working with Rajiv Gandhi Mahila Vikas Project | Patrika News

गर्भवती व किशोरियों के लिए मिसाल बनीं गीता

locationरायबरेलीPublished: Feb 17, 2019 06:10:27 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

लालगंज विकासखंड के गांव शोभवापुर की रहने वाली गीता आंतरिक सामाजिक पूंजी (आईएससी) के रूप में काम कर रही हैं

geeta

गर्भवती व किशोरियों के लिए मिसान बनीं गीता

रायबरेली. लालगंज विकासखंड के गांव शोभवापुर की रहने वाली गीता आंतरिक सामाजिक पूंजी (आईएससी) के रूप में काम कर रही हैं। यहां वह समुदाय को महिला व बाल स्वास्थ्य को लेकर जागरूक कर रही हैं। वह इस परियोजना से पिछले एक साल से जुड़ी हैं। गीता का कहना है कि कुछ समय पहले तक गांव में घर पर ही प्रसव होते थे, लोग टीकाकरण कराने में आना कानी करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब सभी लोग अस्पताल में ही प्रसव कराते हैं। यह सब संभव हुआ है आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा लोगों को प्रोत्साहित करने से और कार्यक्रम के बारे में लोगों को बताने से। इस क्षेत्र में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना संचालित है, जो कि सामुदायिक स्तर पर सरकार के स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन में आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग करती हैं। उनकी मां राजीव गांधी महिला विकास परियोजना द्वारा संचालित समूह की सदस्य हैं। वह भी मां को देख कर समूह से जुड़ीं।
गीता ने बताया कि वे आशा व आंगनवाड़ी के रजिस्टर से लाभार्थियों का चुनाव करने के साथ ही स्वयं भी दायरा मैप के द्वारा उन घरों का चुनाव करती हैं जहां पर गर्भवती व धात्री महिलाएं, नवजात शिशु, 6 माह तक के व छह माह से लेकर दो वर्ष तक के बच्चे हैं। फिर वे इन घरों में भ्रमण कर परिवार को महिलाओं व बच्चों को पोषण व स्वास्थ्य संबंधी संदेश और सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देती हैं। गीता राजीव गांधी महिला विकास परियोजना की वे बहुत शुक्रगुजार हैं। इसके माध्यम से उन्हें समाज के लिए कुछ करने का मौका मिला।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो