बता दें कि 1967 से ले कर 1984 तक पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जनपद आगमन पर कभी भी उनके सिर से साड़ी का पल्लू नहीं हटता था। जिले के लोगों ने इंदिरा गांधी को हमेशा बहू का दर्जा दिया था। सोनिया गांधी को भी वहीं स्थान मिला है। परंपरा को कायत रखते हुए सोनिया के सिर से भी कभी पल्लू नहीं हटा। वे आज तक जब भी रायबरेली आईं हैं हमेशा साड़ी पहन कर ही आईं।
सोनिया रायबरेली सीट पर 2004 से प्रतिनिधित्व करती आ रहीं हैं। इस बार उनका मुकाबला कभी कांग्रेस में रहे दिनेश प्रताप सिंह से है। दिनेश को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। 1967 से ही गांधी परिवार पूजा-पाठ करके ही कलेक्ट्रेट में नामांकन के लिए पहुंचते हैं। सोनिया भी उसी परंपरा का पालन करती आई हैं।