रायबरेली के जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, पुलिस अधिक्षक सुजाता सिंह एवं एएसपी शशिशेखर सिंह एवं पुलिस विभाग की पूरी टीम व गांव के लोग मदद के लिए सबसे पहले सामने आए। चश्मदीदों का कहना कि सबसे ज्यादा पुलिस प्रशासन और सुरक्षा बलों ने इसमें आगे आकर अपना योगदान दिया है। गांव वालों का कहना है कि अभी तक हम लोग टीवी चैनल और समाचार पत्रों में पढ़ते और देखते आये थे कि सुरक्षाबल कैसे काम करती है और लोगों की जान बचायी। आज देख भी लिया। कुछ पुलिस वाले घायलों के अपनी पीठ पर उठाकर इलाज के लिए ले जा रहे थे, तो कोई नन्ही जान को बचाकर उसे एंबुलेंस तक पहुंचा रहा था।
उधर पुलिस की भी लोगों ने तारीफ की। पुलिस भी आज इस ट्रेन हादसे में घायलों को इलाज और अस्पताल पहुंचाने, उनके घर वालों को सूचना देने एवं ट्रेन के यात्रियों को जरूरी सुविधाएं देने के लिये तत्पर दिखे। कुछ पुलिस के जवानों ने ट्रेन हादसे में भटकते यात्रियों के समान को उठाने का भी काम किया, उनको व उनके बच्चों तक नाश्ता-पानी पहुंचाने का भी इंतजाम किया।
पुलिस कांस्टेबल ने बचाई इतने लोगों की जान- यूपी पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि नई फरक्का एक्सप्रेस हादसे में यूपी पुलिस के जवानों ने 20 लोगों की जान बचाई। तत्काल पहुंचकर लोगों की मदद का आपका कार्य सराहनीय है।