बाधवगढ़ के बफर जोन में की जाएगी सोलर फेंसिंग
शाहडोलPublished: Aug 24, 2017 11:16:00 am
टाटा की जाली एवं पाइप से ही फेसिंग का कार्य
Solar fencing will be done in buffer zone of Bandhavgarh
उमरिया. जिले के नेशनल पार्क बंाधवगढ़ के बफर जोन की सीमा से लगे गांव के किसानों की फसलों को वन्य प्राणियों से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की जाएगी, ताकि किसानों को फसल उत्पादन मिल सके। यह बात प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री गौरीशंंकर बिसेन ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित अधिकारियों की बैठक में कही। इस पर विधायक शिवनारायण सिंह, नगर पालिका परिषद पाली की अध्यक्ष उषा कोल, कलेक्टर माल सिंह, पुलिस अधीक्षक असित यादव, सीईओ जिला पंचायत सोनिया मीना, अपर कलेक्टर जी एस धुर्वे, उप संचालक कृषि राकेश कुमार प्रजापति, बीटीआर एवं वन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार बांधवगढ, चंदिया एवं पाली, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी अधिकारी केपी तिवारी, डीई एमपीईबी, ईई लोक निर्माण विभाग, पीआईयू अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहें।
कृ षि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि सोलर फेसिंग हेतु 20 करोड़ रुपये की राशि कृषि विभाग द्वारा स्वीकृत की गई है जिसमें प्रथम चरण के रूप में 78.40 लाख रुपए आवंटित किया गया है। उन्होंने बताया कि लखनौटी, छपरौड़, नौगवां, देवरी, सेहरा, कटहार, बगहो एवं उरदना गांव की सीमा में 40 किमी फेसिंग का कार्य किया जाएगा। बिसेन ने निर्माण एजेंसी बीटीआर से कहा है कि टाटा की जाली एवं पाइप से ही फेसिंग का कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ किया जाए, ताकि आगामी 50 वर्षो तक सुरक्षा का बंदोबस्त बना रहे। बिसेन ने कहा कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क से लगे ग्रावों के किसानों की वन्य प्राणियों से शत प्रतिशत फसल बचाने के लिए पहली बार फेसिंग का कार्य हाथ मे लिया गया है, जो देश के लिए उदाहरण बनेगा। इससे फसल एवं वन्य प्राणी दोनों सुरक्षित रहेंगे। किसानों का निस्तार पूर्वत चलता रहेगा इसके लिए फेसिंग करते समय जंगल में जाने के लिए जगह जगह गेट बनाये जाएंगे। कृषि मंत्री बिसेन ने बडेरी- तखतपुर- खेरवा को जोडऩे वाले तीन किमी रोड निर्माण का कार्य कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 28 जिलों में से उमरिया जिले मे भी अल्प वर्षा हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में अब तक मात्र एक तिहाई है। इसे दृष्टिगत रखते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कृषि कार्य के लिए पर्याप्त बिजली एवं अस्थाई कनेक्शन उपलब्ध कराएं। कृषि फार्म गोवर्दे में तीन दिवस के अंदर अधिक क्षमता की लाईन डालने, चंदिया नव निर्मित अस्पताल भवन में ट्रांसफार्मर लगाने एवं समस्त बिगडे टांसफार्मरों को बदलनें के कड़े निर्देश दिए है। इस दौरान कलेक्टर माल सिंह ने बताया कि वर्षा की कमी को दृष्टिगत रखते हुए आगामी माहों में पीने के पानी की समुचित व्यवस्था बनी रहें इस हेतु जलाशयों में पर्याप्त मात्रा में पानी सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में 2834 अगणी किसानों का बीमा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत कराया गया है। इसके बावजूद फसल खराब होने पर गैर बीमा धारी किसानों को भी आर बी सी 6-4 के तहत सहायता पहुचाई जाएगी।