भारत के साथ जापान सरकार के साथ पिछले साल सितम्बर में बुलेट ट्रेन को लेकर करार हुआ था। इस करार के साथ ही इस दिशा में कार्य भी जोर पकडऩे लगा है। बुलेट ट्रेन से जुड़ी जापान की कंपनी ‘जायकाÓ के साथ सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बैठक की, जिसमें सूरत महानगर पालिका, सूडा, जिला प्रशासन, एनएचएसआरसी, आदि मौजूद थे। बैठक में सूरत में प्रस्तावित स्टेशन (टर्मिनल) के रूप में संभावित जगह पलसाणा के समीप अंत्रोली को लिया गया है। यहां छोटा यार्ड की भी संभावना रहेगी, जिससे दो-चार तैयार डिब्बे रखे जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार बैठक में स्टेशन के लिए जमीन संबंधी जरूरतों पर चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि बुलेट ट्रेन को लेकर जितनी जमीन चाहिए, इसमें दो प्रकार की स्थति है। कुछ जगहों पर टीपी बनी है तो कुछ जगहों पर टीपी नहीं है। इस वजह से जहां टीपी नहीं बनी है, वहां जमीन संबंधी दिक्कत नहीं होगी। जबकि टीपी वाली जगहों पर सरकार को अधिग्रहण आदि की प्रक्रिया करनी पड़ेगी। इसी तरह स्टेशन बनने के बाद इसके इंटिग्रेशन की जरूरतों को खास फोकस किया गया। रेलवे स्टेशन से लोगों को हर प्रकार के आवागाम के साधन सरल हो इसकी व्यवस्था पर बल दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि बुलेट ट्रेन स्टेशन से निकलते ही लोगों को मास ट्रांसपोर्टेशन संबंधी सारी सुविधाएं मिले, इसी व्यवस्था भी साथ-साथ करने की योजना है। साथ ही नेशनल हाईवे, स्टेट हाइवे और शहर से कनेक्टिविटी देखी जाएगी। बैठक में इंडियन रेलवे सर्विस के अधिकारी और बुलेट ट्रेन से जुड़े अधिकारी पंकज कुमार भी मौजूद थे।
मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कोरिडोर (एक नजर में)
टाइप-हाई स्पीड रेल
स्टेटश-अंडर कंस्ट्रक्शन
टर्मिनल – अहमदाबाद
स्टेशन-12
समय सीमा- वर्ष 2022
प्रकार- एलिवेटेड, अंडरग्राउंड, अंडर सी एंड ग्रेड सेपरेटेड
लंबाई-508 किलोमीटर
ट्रेक गेज-1,435 एमएम (चार फीट साढे आठ इंच) स्टेंडर्ड गेज
ऑपरेशन स्पीड-320 किलोमीटर प्रति घंटे
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