मुख्यमंत्री के निर्देश पर जेडीए ने इसे प्रोजेक्ट में शामिल किया है। इसके लिए अनुबंधित कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स के अधिकारियों को भी निर्देशित कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में उन्होंने साइकिल ट्रेक की भी जरूरत जताई थी। जेडीसी वैभव गालरिया ने टाटा प्रोजेक्ट्स के उपाध्यक्ष सत्यनारायण व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
साइकिल ट्रैक के लिए पत्थर लगाए जाएंगे या सीमेंट-कंक्रीट (सीसी), इसका निर्णय होना है। मौजूदा डिजाइन के आधार पर अभी तक केवल वॉक—वे विकसित किया जाना था। इसमें करौली या जोधपुरी पत्थर लगता। लेकिन अब साइकिल ट्रेक विकसित होगा, जिसमें दूसरे पत्थर या टाइल या सीसी की जाएगी। इस पर कुछ लागत बढ़ सकती है।
फैक्ट-फाइलः १४७ करोड़ रुपए में होना है सौंदर्यन
२०६ करोड़ रुपएः दस साल में खर्च होने हैं रखरखाव पर
४०० करोड़ रुपए का काम हुआ अब तक
४७ किमी लम्बाई है द्रव्यवती नदी की
१ अगस्त, 2018 को उद्घाटन करना चाह रही सरकार, इससे पहले भी दिए निर्देश
२०६ करोड़ रुपएः दस साल में खर्च होने हैं रखरखाव पर
४०० करोड़ रुपए का काम हुआ अब तक
४७ किमी लम्बाई है द्रव्यवती नदी की
१ अगस्त, 2018 को उद्घाटन करना चाह रही सरकार, इससे पहले भी दिए निर्देश
किराए पर साइकिल देना भी प्रस्तावित
यहां किराए पर साइकिल उपलब्ध कराने पर भी विचार चल रहा है। इस पर चर्चा तो हुई पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान ही इस बारे में काम होगा। अभी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में बायसाइकिल स्टेंड विकसित किए जा रहे हैं।
यहां किराए पर साइकिल उपलब्ध कराने पर भी विचार चल रहा है। इस पर चर्चा तो हुई पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान ही इस बारे में काम होगा। अभी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में बायसाइकिल स्टेंड विकसित किए जा रहे हैं।
प्रोजेक्ट में यह भी
टाउन स्क्वायर : व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन। बड़े व्यापारियों, कंपनियों के लिए।
कल्चरल प्लाजा: पर्यटकों की आवाजाही के आधार पर विकसित। यहां एक समय में 5 से 10 हजार लोग एक साथ आ-जा सकें।
कॉमर्शियल पार्क : शॉपिंग, वर्कशॉप, एग्जीबिशन, कैफे, रेस्टोरेंट।
फैशन स्ट्रीट: हैंगआउट इलाके की तर्ज पर सुविधाएं। कियोस्क रूप में दुकानें, कैफे व रेस्टोरेंट।
इको पार्क : हरित तकनीक पर आधारित पार्क होंगे।
टाउन स्क्वायर : व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन। बड़े व्यापारियों, कंपनियों के लिए।
कल्चरल प्लाजा: पर्यटकों की आवाजाही के आधार पर विकसित। यहां एक समय में 5 से 10 हजार लोग एक साथ आ-जा सकें।
कॉमर्शियल पार्क : शॉपिंग, वर्कशॉप, एग्जीबिशन, कैफे, रेस्टोरेंट।
फैशन स्ट्रीट: हैंगआउट इलाके की तर्ज पर सुविधाएं। कियोस्क रूप में दुकानें, कैफे व रेस्टोरेंट।
इको पार्क : हरित तकनीक पर आधारित पार्क होंगे।