1. समाचार पत्र के आफिस के सामने माइक लगाकर गाली देने की अनुमति
2. ब्यूरो चीफ और जिला संवाददाता को 2 घंटे तक गाली
3. बहुत इच्छा होने पर भी प्रार्थी न जूते से मारेंगे, न ही धमकी देंगे
4. गाली का कार्यक्रम समाप्त होने पर खुद को कानून को सौंप देंगे
5. 15 जनवरी 2024 को यह कार्यक्रम होगा, समय होगा दिन के 12 बजे
पत्रिका ने जब प्रार्थी प्रतीक सिन्हा से बात की तो उन्होंने बताया, “मैंने जब हिंदी समाचार पत्र को नोटिस दी और उन्होंने खंडन नहीं छापा। इसके वाद ही मैंने वो पत्र लिखा है, यह सिर्फ एक तरीका है यह दर्शाने का कि आम आदमी ऐसे भी विरोध जता सकता है। इसके बाद भी अगर खंडन छापा गया तो मैं मानहानि का मुकदमा करूंगा। फिलहाल, पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है।