प्रतापगढ़ में टूटा कई वर्षों का रिकॉर्ड, अब तक १०४ इंच बारिश
प्रतापगढ़Published: Sep 13, 2019 07:49:59 pm
कई नदी-नाले उफान पर, मार्ग हुए बंदजाखम बांध पर ढाई मीटर की चादरप्रतापगढ़प्रतापगढ़ जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से शुक्रवार को कई नदी-नाले उफान पर रहे। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय पर इस वर्ष अब तक १०४ इंच बारिश हो चुकी है।
प्रतापगढ़ में टूटा कई वर्षों का रिकॉर्ड, अब तक १०४ इंच बारिश
कई नदी-नाले उफान पर, मार्ग हुए बंद
जाखम बांध पर ढाई मीटर की चादर
प्रतापगढ़
प्रतापगढ़ जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से शुक्रवार को कई नदी-नाले उफान पर रहे। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय पर इस वर्ष अब तक १०४ इंच बारिश हो चुकी है। इसके साथ ही नदी-नाले उफान पर है, इस कारण कई मार्ग बंद है। बारिश के कारण जिले के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग 113 पर बारावरदा की वरदी नदी उफान पर होने से मार्ग तीन घंटे तक जाम रहा। जिलेे में अब तक की सबसे अधिक बारिश इसी वर्ष हुई है। इससे पहले के वर्षों में इतनी बारिश अब तक नहीं हुई है। जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष २००६ में अरनोद मुख्यालय पर २५१८ एमएम बारिश हुई थी। जबकि प्रतापगढ़ मुख्यालय पर वर्ष २०१७ में १५७२ और वर्ष २०१८ में १५६७ एमएम बारिश हुई थी। इससे पहले के वर्षों में प्रतापगढ़ मुख्यालय पर १५०० एमएम से कम आंकड़ा रहा है।
धरियावद
क्षेत्र में बीती रात्रि से शुरू हुआ बरसात का दौर शुक्रवार दोपहर तक जारी रहा। जाखम बांध जल संग्रहण में बरसात के चलते बांध पर शुक्रवार शाम को ढाई मीटर की चादर चली जिसे देखने पर्यटक की भीड़ उमडी। दोपहर को उदयपुर अतिरिक्त मुख्य अभियंता भुवन भास्कर अग्रवाल एवं जाखम जल परियोजना धरियावद अधिशाषी अभियंता चंद्रप्रकाश मेघवाल ने बांध स्थल का मुआयना किया। धरियावद वजपुरा मार्ग स्थित रपट पुलिया पर घंटों आवागमन बंद रहा।
छोटीसादड़ी
बारिश का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा। नदी नाले भी उफान पर आने के कारण आवाजाही करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नदियां ओर नाले पूरे वेग के साथ पुलिया के ऊपर से बहे। ऐसे में कई घंटो तक आवागमन बाधित रहा तथा गांवों का सम्पर्क टूट गया। धोलापानी क्षेत्र में जाखम नदी, छोटीसादड़ी में झाप तथा सुकड़ नदी पुलिया के ऊपर तेज वेग के साथ बही। पुलिया ऊपर तेज बहते पानी से दोनों तरफ वाहनों का जाम लग गया। भंवरमाता मार्ग पर बनी पुल पार करते बाइक पर सवार दो युवकों को लोगों ने बचाया। गोमाना चौराहा स्थित जीएसएस में बारिश का पानी भरा गया। जीएसएस में बारिश का पानी भरने से करीब 2 घण्टे तक बिजली आपूर्ति भी बंद रही। एनएच 113 पर स्थित बरोल गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय परिसर में पानी घुस गया जिसके चलते शिक्षिका ओर बच्चों को बाहर निकाला गया। नगर के धोलापानी दरवाजा अंदर मोहिल मोहल्ला में लक्ष्मीबाई पत्नी युगल प्रसाद रेगर ने बताया कि तेज बारिश के चलते केलुपोश मकान की एक दीवार भरभरा कर गिर गई है।
पारसोला
क्षेत्र में लगातार दो दिनों से कई मार्ग बंद हो गए है। सभांग के दो प्रमुख बांध जाखम व माही में लगातार पानी की आवक बढऩे से मार्ग अवरूद्ध हो गए। पारसोला से बासंवाडा ओर पारसोला से धरियावद वाया माण्डवी एवं पारसोला से देवला-लोहागढ़ मार्ग सुबह से बन्द है। कस्बे के समीप बहने वाली माही नदी पूरे उफान पर रही। नदी किनारे बना मन्दिर पानी में डूब गया। दोपहर २ बजे माही बांध के गेट खोले गए। इस पर प्रशासन ने आसपास के गुडा, चायणी के लोगों को अलर्ट किया। माही नदी पर पानी होने से दो तरफ वाहनो की लम्बी कतारे लग गई।